- दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है और ग्रैप का तीसरा चरण लागू है.
- बीएस-III वाहनों की दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में एंट्री बैन कर दी गई है.
- इसके साथ ही बीएस-IV में भी केवल पेट्रोल वाहनों को ही इस दौरान इन शहरों में एंट्री मिलेगी.
दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों का मौसम अपने साथ हर प्रदूषण भी लेकर आता है. इस बार भी हालात अलग नहीं हैं. बढ़ते प्रदूषण के कारण हर आम और खास परेशान है. हालत ये है कि प्रदूषण के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं और लोगों के लिए सांस तक लेना मुश्किल हो रहा है. दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है, जिसके बाद अब अब ग्रैप के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में कुछ प्राइवेट वाहनों की एंट्री बैन कर दी गई है, जिससे यहां रहने वाले लोगों को थोड़ी राहत मिल सके.
ग्रैप-3 के दौरान दिल्ली-एनसीआर में कई वाहनों पर लगा बैन लगाया गया है. इसके तहत बीएस-III और उससे नीचे वाले वाहनों की दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में एंट्री बैन कर दी गई है. इसके साथ ही बीएस-IV वाहनों में भी केवल पेट्रोल वाहनों को ही इस दौरान इन शहरों में एंट्री दी जाएगी. हालांकि बीएस-VI पेट्रोल, डीजल, ईवी और सीएनजी वाहनों को सभी जगह एंट्री मिलेगी.
खेल प्रतियोगिताओंं को स्थगित करने का निर्देश
उधर, दिल्ली सरकार ने राजधानी के सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों और खेल निकायों को बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण नवंबर और दिसंबर में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं को स्थगित करने का निर्देश दिया है. यह आदेश वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा जारी निर्देशों के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि एनसीआर राज्य सरकारों और दिल्ली प्रशासन को क्षेत्र में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए ऐसे आयोजनों को स्थगित करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.
'बेहद खराब' श्रेणी में दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 370 दर्ज किया गया. इसमें एक दिन पहले की एक्यूआई 391 से मामूली गिरावट दर्ज की गई है. इससे पहले, अधिकारियों ने अनुमान लगाया था कि वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच सकती है.
सीपीसीबी के अनुसार, एक्यूआई 0 से 50 के बीच ‘अच्छा', 51 से 100 ‘संतोषजनक', 101 से 200 ‘मध्यम', 201 से 300 ‘खराब', 301 से 400 ‘बेहद खराब' और 401 से 500 ‘गंभीर' माना जाता है.
सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, दिल्ली में कुल 23 निगरानी केंद्रों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' दर्ज की गयी, जबकि 13 में 'गंभीर' प्रदूषण स्तर दर्ज किया.














