फुल कैपेसिटी के साथ दौड़ी दिल्ली मेट्रो, DMRC ने कहा - 100% क्षमता का मतलब 'खड़े होकर यात्रा करना' नहीं

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने कहा कि 100 फीसदी क्षमता के साथ परिचालन शुरू किया गया. हालांकि, यात्रियों के खड़े होकर ट्रैवल करने पर पाबंदी लगी रहेगी.

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मेट्रो स्टेशन के बाहर लोगों की भारी भीड़
नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में कमी को देखते हुए दिल्ली में अनलॉक की प्रक्रिया को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा है. कोरोना हालातों में सुधार के मद्देनजर सोमवार यानी आज से दिल्ली मेट्रो ने 100 प्रतिशत क्षमता के साथ परिचालन शुरू कर दिया है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने कहा कि 100 फीसदी क्षमता के साथ परिचालन शुरू किया गया. हालांकि, यात्रियों के खड़े होकर ट्रैवल करने पर पाबंदी लगी रहेगी. अब सभी सीटों पर लोग बैठकर यात्रा कर पाएंगे. मेट्रो के पूरी क्षमता से चलने के बाद आज विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर लोगों की भीड़ देखी गई.

16 मेट्रो स्टेशन पर 16 अतिरिक्त द्वार खोले गए
यात्रियों की संख्या बढ़ने के मद्देनजर 16 मेट्रो स्टेशन पर 16 अतिरिक्त द्वार भी खोल दिए गए हैं, ताकि यात्रियों की आवाजाही को सुलभ बनाया जा सके. डीएमआरसी ने पहले ही 260 द्वार यात्रियों के लिए खोल रखे थे, अब इनके अलावा 16 और द्वार यात्रियों के लिए खोले गए हैं. अब लोग सभी स्टेशनों पर 276 द्वार का इस्तेमाल कर सकते हैं. डीएमआरसी ने कहा कि जिन स्टेशनों पर अतिरिक्त द्वार खोले गए हैं, उनमें जनकपुरी पश्चिम, करोल बाग, वैशाली, कश्मीरी गेट, केन्द्रीय सचिवालय और एमजी रोड शामिल हैं.

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मेट्रो स्टेशन के बाहर लंबी लाइन
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में आज से 100% बैठने की क्षमता के साथ मेट्रो चलनी शुरू हो गई है. इसके मद्देनज़र अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के बाहर लोगों की लंबी लाइन दिखी. ऐसा ही नजारा निर्माण विहार, आनंद विहार समेत कई मेट्रो स्टेशनों पर देखने को मिला.

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प्रत्येक डिब्बे में 50 लोग ही कर सकते हैं यात्रा
नवीनतम अनलॉक दिशानिर्देश के तहत, राष्ट्रीय राजधानी की जीवनरेखा दिल्ली मेट्रो का परिचालन सोमवार से शत प्रतिशत सीट क्षमता के साथ करने की घोषणा की गई है, लेकिन यात्रियों को खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सूत्रों ने पहले बताया था कि प्रत्येक डिब्बे में 50 लोग ही यात्रा कर सकते हैं. इससे पहले एक डिब्बे में 300 लोग यात्रा करते थे, 50 सीट पर बैठकर और 250 लोग खड़े होकर यात्रा करते थे.

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