क्रिप्टो मार्केट के टूटने से रिटेल इनवेस्टर्स को लगा बड़ा झटका

Tegro ने इसके लिए गेम डिवेलपर्स से आवेदन मंगाए हैं. चुने गए प्रत्येक प्रोजेक्ट को 25,000 डॉलर तक की ग्रांट दी जाएगी

Advertisement
Read Time: 3 mins

देश में Web3 सेगमेंट के डिवेलपमेंट के लिए कोशिशें की जा रही हैं. इसी कड़ी में Web3 गेम्स मार्केटप्लेस Tegro ने ब्लॉकचेन गेम्स में काम करने वाले डिवेलपर्स को 10 करोड़ डॉलर की ग्रांट देने की घोषणा की है. Tegro ने इसके लिए गेम डिवेलपर्स से आवेदन मंगाए हैं. चुने गए प्रत्येक प्रोजेक्ट को 25,000 डॉलर तक की ग्रांट दी जाएगी. 

Tegro का ऐसे डिवेलपर्स के साथ जुड़ने का लक्ष्य है जो बेहतर गेम्स तैयार कर सकें. Tegro ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया, "गेम डिवेलपमेंट और पब्लिशिंग एक जटिल प्रोसेस है. बहुत से डिवेलपर्स को इनके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती. Web3 गेम्स बनाना काफी मुश्किल है." इस फर्म की शुरुआत क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के को-फाउंडर Siddharth Menon ने सॉफ्टवेयर फर्म सुपर गेमिंग के साथ पार्टनरशिप में की है. Tegro युवा गेम डिवेलपर्स को अपने साथ जोड़ना चाहती है. ग्रांट के लिए फर्म की वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है. 

इसके अलावा Tegro ने प्लेयर्स, ट्रेडर्स और इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए एक गेम एसेट मार्केटप्लेस बनाने की भी तैयारी की है. इसके जरिए गेम एसेट्स की ट्रेडिंग की जा सकेगी. यह प्लेटफॉर्म गेम एसेट्स की ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट से जुड़े निर्णय लेने में भी मदद करेगा. पिछले कुछ महीनों में ब्लॉकचेन गेमिंग की लोकप्रियता बढ़ी है. इसे Web3 की GameFi कैटेगरी कहा जाता है. DappRadar के अनुसार, GameFi यूजर्स की संख्या पिछले वर्ष की शुरुआत में लगभग 3,43,000 थी, जो इस वर्ष बढ़कर लगभग 85.1 लाख पर पहुंच गई.

Web3 से जुड़ने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ रही है. Web3 को इंटरनेट की अगली जेनरेशन बताया जा रहा है और इसका फोकस डीसेंट्रलाइजेशन और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर है. इसके कुछ लोकप्रिय यूज केसेज में डीसेंट्रलाइज्ड ऑटोनॉमस ऑर्गनाइजेशंस (DAO), डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) और Metaverse शामिल हैं. Web3 से आर्टिस्ट्स, फिल्ममेकर्स, म्यूजिशियंस और अन्य कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी ऑडिएंस के साथ सीधे जुड़ने और इंटरमीडियरीज के बिना काम करने का मौका मिलेगा. Web3 से जुड़े कुछ प्रमुख प्रोजेक्ट्स में एप्लिकेशन प्रोगामिंग इंटरफेस (API), Aragon, Arweave, Audius, Basic Attention Token, Chainlink, Filecoin, Helium नेटवर्क, Livepeer, NuCypher, Ocean Protocol और Render Network हैं. इंटरनेट के इस अगले दौर से ऐसे बदलाव होने की संभावना है जिनसे कंपनियों के बिजनेस करने के तरीकों में सुधार हो सकते हैं. 
 

Featured Video Of The Day
IIT's में आए दिन क्यों बढ़ रहे हैं Students की खुदखुशी के मामले, देखिए ये रिपोर्ट