महंगाई की मार झेल रहे लोगों के लिए एक अरबपति ने महत्वपूर्ण बयान दिया है. ब्रिजवॉटर एसोसिएट्स (Bridgewater Associates) के फाउंडर रे डालियो (Ray Dalio) ने बिटकॉइन को लेकर एक महत्वपूर्ण खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि उनके निवेश का एक छोटा हिस्सा बिटकॉइन (Bitcoin) में है. मंगलवार को डालियो ने बताया कि उनके पोर्टफोलियो का छोटा प्रतिशत बिटकॉइन को दिया गया है. उन्होंने ये भी बताया कि आज के महंगाई के दौर में बिटकॉइन में निवेश कैसे एक खास भूमिका अदा कर सकता है और महंगाई के खिलाफ ढाल बन सकता है.
CNBC को दिए एक इंटरव्यू में डालियो ने अपने 'कैश इज ट्रैश' (cash is trash) सिद्धांत को दोहराया, जिस स्पीड से इसके होल्डर क्रय क्षमता को खो रहे हैं. अमेरिका में वार्षिक कंज्यूमर प्राइस इनडेक्स (CPI) इनफ्लेशन 8.3 प्रतिशत पहुंच गई. यह इसके पिछले महीने की दर से केवल 0.2 प्रतिशत कम थी. यह आंकड़ा पिछले 40 सालों में अब तक का सबसे हाई इनफ्लेशन रेट है.
इस पर काबू पाने के लिए फेडरेल रिजर्व ने ब्याज दरों को इतना अधिक बढ़ा दिया जितना कि पिछले दो दशकों में भी नहीं बढ़ाया गया था. हालांकि, मॉनिटरी पर की जा रही ये कड़ाई पहले ही इक्विटी पर चोट कर रही है. डालियो इसी को लेकर कहते हैं कि यह कैश से भी ज्यादा घाटे वाला सौदा साबित हो रहा है. यानि कि इक्विटी में निवेश करना पैसे की बर्बादी के जैसा है.
इस अरबपति का मानना है कि फेडरेल रिजर्व ने पैसे और देनदारी से भरी इकोनॉमी को ऊपर उठाने के लिए जो कदम उठाया है उससे एक ऐसा ऋण इस पर आ गया है जो इससे पहले कभी नहीं आया था. इससे रिटर्न निगेटिव ही प्राप्त होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में बिटकॉइन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. अगर किसी ने अपने निवेश का छोटा हिस्सा बिटकॉइन (Bitcoin Investment) में रखा है तो यह महंगाई के इस दौर में काफी काम का साबित हो सकता है, यानि कि यह डिजिटल गोल्ड की तरह काम आ सकता है.
कुछ समय पहले डालियो ने बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी की ये कहकर आलोचना की थी कि ये दोनों फिएट मनी की जगह लेने में असफल हुए हैं, लेकिन पिछले दो सालों में इसने जो ग्रोथ की है, उसके हिसाब से इन्हें गोल्ड के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. फिर भी, इस अरबपति ने ये भी कहा था कि अगर क्रिप्टोकरेंसी बहुत ज्यादा विकास करती है तो सरकार इसे फिर से गिरा देगी.