CWG 2022: कॉमनवेल्थ खेलों में पहले दिन ही वेटलिफ्टिंग में गुरूराजा पुजारी (Who is Gururaja Poojary) ने 61 किलो ग्राम में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने का काम किया है. गुरुराजा कर्नाटक के एक छोटे से कस्बे कुंडूपारा से हैं. बता दें कि 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गुरूराजा ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया था. गुरुराजा ट्रक ड्राइवर के बेटे हैं. उन्होंने 2010 में वेटलिफ्टिंग करियर शुरू किया था. गुरुराजा अपने पांच भाईयों में सबसे छोटे भाई है. पी गुरूराजा के नाम से मशहूर गुरूराजा का बचपन काफी अभावों में बीता था लेकिन आर्थिक संकट के बाद भी खेल के प्रति उनका लगाव कम नहीं हुआ और उन्होंने वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग में खूब मेहनत करने लगे.
सुशील कुमार से ली प्रेरणा, पहले बनना था रेस्लर लेकिन कोच ने बदली किस्मत
बता दें कि गुरूराजा को पहलवान सुशील कुमार से प्रेरणा मिली थी. यही कारण रहा था कि सबसे पहले उन्होंने अपना करियर रेसलिंग में बनाना चाहा थआ लेकिन बाद में कोच (Gururaja Poojary Coach) राजेंद्र प्रसाद ने उन्हें वेटलिफ्टिंग करने की सलाह दी, इसके बाद उन्होंने वेटलिफ्टिंग में अपना पूरा ध्यान लगाया और भारत के बेस्ट वेटलिफ्टर बनकर उभरे.
कैसे जीता ब्रॉन्ज मेडल
वेटलिफ्टर गुरुराजा पुजारी ने में पुरुषों के 61 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफला हासिल की. पुजारी ने कुल 269 किग्रा (118 किग्रा + 151 किग्रा) उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया. मलेशिया के अजनील बिन बिदिन मुहम्मद ने 285 किग्रा (127+158) के खेलों के रिकॉर्ड लिफ्ट के साथ गोल्ड मेडल जीतने में सफलता हासिल की. पापुआ न्यू गिनी के मोरिया बारू ने कुल 273 किग्रा (121+152) भार उठाकर रजत पदक जीता.
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