कॉमनवेल्थ गेम्स मे राजनांदगांव शहर के जगदीश विश्वकर्मा ने भारत्तोलन प्रतियोगिता मे भारत का प्रतिनिधितत्व करते हुए कास्य पदक अपने नाम किया है .जगदीश के इस उपलब्धि पर खेल जगत मे खुशी की लहर बनी हुई है. वहीं उनके नगर आगमन पर भव्य स्वागत किया गया. यूपी के ग्रेटर नोएडा में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में राजनांदगांव शहर के जगदीश विश्वकर्मा ने भारोत्तोलन में भारत का प्रतिनिधित्व कर देश के लिए कांस्य पदक जीता है.
जगदीश विश्वकर्मा के इस उपलब्धि पर खेल जगत मे खुशी की लहर बनी हुई है. उनके नगर आगमन पर उनका फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया. इस मौके पर जमकर पटाखें फोडे़ गए और मिठाई बांटी गई . इस अवसर पर शहर मे रैली भी निकाली गई जहां खिलाड़ी झुमते नाचते चल रहे थे.
जगदीश विश्वकर्मा ने 96 किग्रा वर्ग समूह में 149 किलोग्राम स्नैच व 192 किलोग्राम क्लीन जर्क कुल 341 किलोग्राम वजन उठाकर कांस्य पदक अपने नाम किया है. 11 से 16 जुलाई तक यू पी के ग्रेटर नोयडा मे चलने वाली इस कामनवेल्थ गेम्स मे विश्व के 20 देश के खिलाडी शामिल हुए थे. छत्तीसगढ भारोत्तोलन संघ एशोसिएशन के वाईस प्रेसीडेन्ट अजय श्रीवास्तव ने बताया कि जगदीश विश्वकर्मा जय भवानी व्यायाम शाला के वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी है. उन्होने 2011 मे साऊथ आफ्रिका मे आयोजित यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स मे गोल्ड मेडल जीता था. इस बार उन्होने कॉमनवेल्थ गेम्स के सीनियर वर्ग मे कास्य पदक जीत कर जिले को गौरवान्तित किया है .
अजय श्रीवास्तव वाईस प्रेसीडेन्ट छग भारोतोलन संघ एशोसिएशन ने कहा है कि वेटलिफ्टर जगदीश विश्वकर्मा विश्व चैम्पीयन शीप मे गोल्ड मेडल,जीतने की इच्छा रखते हैं . उन्होने इस प्रतियोगिता मे भी गोल्ड मेडल के लिए स्पर्धा मे संघर्ष किया था लेकिन उन्हे कास्य पदक मे संतोष करना पड़ा है. लेकिन उन्हें सफलता जरूर मिलेगी. जगदीश विश्वकर्मा ने राष्ट्रीय स्कूल भारोत्तोलन स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था. इसी के आधार पर आर्मी स्पोर्ट्स एकेडमी में उनका चयन हुआ था. तभी से वह आर्मी के लिए मेडल जीत रहे है. लोगों ने जगदीश की इस उपलब्धि की सराहना की है.
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