छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में राज्य के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को चक्का जाम किया. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि पार्टी ने छत्तीसगढ़ के 78 विधानसभा क्षेत्रों में लगभग चार सौ स्थानों पर चक्का जाम प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने बस्तर में पार्टी के चार कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में यह प्रदर्शन किया.
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद अरुण साव ने शंकर नगर चौक पर चक्का जाम प्रदर्शन का नेतृत्व किया. उन्होंने भूपेश बघेल नीत सरकार पर हमला करते हुए कहा, ‘‘सरकार का षड्यंत्र उजागर होने लगा है. नक्सलियों द्वारा सुनियोजित तरीके से भाजपा नेताओं की हत्या और छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध का विरोध जरूरी है. चक्का जाम प्रदर्शन कांग्रेस की बदनियती के खिलाफ जनहुंकार है.'' साव ने आरोप लगाया, ‘‘छत्तीसगढ़ में जब जब कांग्रेस की सरकार आई है, राजनीतिक हत्याओं का दौर चला है. 2003 के पहले जब कांग्रेस की सरकार थी तब जयस्तंभ चौक पर हुई राजनीतिक हत्या छत्तीसगढ़ की जनता भूली नहीं है और जनता ने 15 वर्षों के लिए कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया था. अब कांग्रेस की मौजूदा सरकार में भी राजनीतिक हत्याओं का दौर शुरू हो चुका है.''
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चक्का जाम आंदोलन में फाफाडीह में भाग लिया. सिंह ने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस सरकार साजिश के तहत हमारे नेताओं की सुरक्षा घटा रही है. हमने राज्य भर में चक्का जाम प्रदर्शन इसलिए किया है ताकि कि लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ जागरूकता आए. जनता हमारे साथ है. हम राज्य में अमन चैन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.'' सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने विषय से ध्यान भटकाने के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की जांच के लिए पत्र लिखा है. सिंह ने कहा, ‘‘उन्हें एनआईए पर भरोसा है तो झीरम जांच का विरोध क्यों करते हैं. भाजपा के पदाधिकारियों की हत्या सीधे तौर पर साजिश है और एक माह में हमारे चार साथियों की हत्या इसी साजिश का परिणाम है.''
शहर के कटोरा तालाब स्थित कपूर चौक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने चक्काजाम के दौरान आगे बढने की कोशिश की तब भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी कार को रोक दिया. भाजपा कार्यकर्ताओं विरोध के कारण मरकाम को लौटना पड़ा।राज्य के विभिन्न हिस्सों में भाजपा के प्रदर्शन के कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और वह लंबे समय तब जाम में फंसे रहे. हांलाकि भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि प्रदर्शन के दौरान जनता को तकलीफ नहीं होने दी गई. आवश्यक सेवाएं जैसे एंबुलेंस, दमकल गाड़ियां, बच्चों के स्कूली वाहन नहीं रोके गए.
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