इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले नितीश रेड्डी और शार्दूल ठाकुर के बीच टीम में जगह बनाने की रेस थी। ठाकुर ने प्रैक्टिस मैचों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रेड्डी को पीछे छोड़कर अंतिम चयन में जगह बनाई।
Eng vs Ind: मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच शुरू होने से पहले जो बड़े सवाल थे, उनमें एक बड़ सवाल पिछले लंबे समय से यही था कि नितीश रेड्डी (Shardul Thakur vs Nitish Reddy) XI का हिस्सा होंगे या फिर शार्दूल ठाकुर? प्रबंधन की शुरुआती प्लानिंग में नितीश रेड्डी ही थे. और इंग्लैंड लॉन्यस के खिलाफ शुरुआती दोनों प्रैक्टिस मैच के बाद प्लानिंग में नितीश रेड्डी ही पूरी तरह से आगे चल रहे थे. प्रबंधन का फोकस उन्हीं पर था. रेड्डी से ज्यादा बॉलिंग कराई जा रही थी, लेकिन यहां से सिर्फ अगले चार दिन के भीतर ठाकुर ने यह रेस अपने नाम करते हुए नंबर-8 का पूरा समीकरण बदल दिया.
प्रबंधन चाहता था बैटिंग ऑलराउंडर
टीम के इंग्लैंड पहुंचने के बाद पहले ही प्रैक्टिस सेशन में बॉलिंग कोच मॉर्न मॉर्कल से कई घंटे बॉलिंग कराई. वजह यह थी कि प्रबंधन की योजना हेडिग्ल में बैटिंग ऑलराउंडर को खिलाने की थी. पहले प्रैक्टिस मैच से रेड्डी और ठाकुर के बीच रेस शुरू हो गई. और 30 मई से 2 जून तक पहले प्रैक्टिस मैच ठाकुर ने 27 रन बनाए, तो नितीश 7 ही रन बना सके. ठाकुर ने 2 विकेट लिए, तो रेड्डी सिर्फ एक विकेट.
दूसरा चयन ट्रॉयल !
नॉर्थंप्टन में 6 से 9 जून तक दूसरे प्रैक्टिस मैच में रेड्डी ने 34 रन बनाए, तो शार्दूल 19 रन ही बना सके. बॉलिंग में रेड्डी के हिस्से में 1 विकेट आया, तो ठाकुर कोई विकेट नहीं ले सके. वहीं दूसरी पारी में जहां रेड्डी ने 42 रन का योगदान दिया, तो ठाकुर ने 34 रन की पारी खेली..यहां तक रेस करीब-करीब बराबरी पर चल रही थी..
ठाकुर का हल्ला बोल...और रेड्डी आउट !
इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों के आपस में खेले गए 'क्लोज्ड डोर'मैच में ठाकुर ने दोनों डिपार्टमेंट में रेड्डी को पटखनी दे दी. ठाकुर ने इस मुकाबल में नाबाद 122 रन की पारी खेली, तो 4 विकेट लेकर नंबर-8 के लिए पिछले कई दिनों से चली आ रही रेस में नितीश रेड्डी को पूरी तरह बाहर कर दिया. प्रबंधन ने उनके प्रदर्शन का लोहा माना. और यही प्रदर्शन उन्हें XI में जगह दिला गया.