यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन परीक्षा देश की सबसे मुश्किल परीक्षा में से एक है. इस परीक्षा की तैयारी के लिए कई साल की मेहनत लग जाती है. जो इस परीक्षा को देने वाले हैं उन्हें बता दें, UPSC परीक्षा को लिखते समय कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है. इस परीक्षा में एक भी गलती आपकी सालभर की मेहनत पर पानी फेर सकती है.
UPSC 2019 में 86वीं रैंक हासिल करने वाली मधुमिता ने बताया, परीक्षा के दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है और किन गलतियों से बचना चाहिए. बता दें, मधुमिता ने तीसरे प्रयास में UPSC की परीक्षा क्लियर की थी. उन्होंने बताया- कैसे यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने किन गलतियों से सीखा.
1- मधुमिता ने बताया, साल 2017 में मेरा UPSC का पहला प्रयास था. इसके लिए मैंने एक साल दिल्ली में कोचिंग ली, फिर सेल्फ स्टडी की. यूपीएससी से संबंधित जितने में स्टडी मेटैरियल थे, मैंने उन्हें अच्छे से पढ़ा और समझा, लेकिन जब मैं प्रीलिम्स परीक्षा देने गई तो मुझे महसूस हुआ मैंने तैयारी काफी अच्छे से की थी, लेकिन खुद को एग्जाम लेवल पर कभी टेस्ट नहीं किया था. इसी के साथ एग्जाम प्रेशर कैसे झेलना है, उसके लिए खुद को तैयार नहीं किया था.
2. मधुमिता ने बताया प्रीलिम्स परीक्षा के दौरान मैं ये नहीं जान पाई थी कि कितने प्रश्न मैं ठीक कर लेती हूं और किसी भी सवाल का हल कितनी देर में मुझसे हो पाता है. वहीं कितने सवाल मुझसे सही होते हैं और कितने गलत. इन सब बातों का मुझे कोई आइडिया नहीं था. ऐसे में मैं प्रश्नों के प्रैशर को हैंडल नहीं कर पाई थी.
3. मधुमिता ने बताया, मैंने प्रीलिम्स परीक्षा क्लियर कर ली थी, लेकिन मेंस परीक्षा पास नहीं कर पाई थी. रिजल्ट के बाद मैं हैरान थी कि ये कैसे हो गया. क्योंकि मेरा अकेडमिक बैकग्राउंड का काफी मजबूत रहा है, मैंने बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में यूनिवर्सिटी टॉप किया था.
4. साल 2017 के बाद मधुमिता ने फिर से UPSC 2018 की परीक्षा दी, लेकिन इसमें भी वह क्लियर नहीं कर पाई थी. उन्होंने कहा, मैंने वही गलती की जो पिछले 2017 की UPSC परीक्षा के दौरान की थी. इस बार भी मैंने खुद को एग्जाम लेवल पर टेस्ट नहीं किया था.
5. साल 2018 की UPSC परीक्षा में न होने के बाद, मधुमिता ने बताया, वह अपना आत्मविश्वास खो चुकी थी. उन्होंने अपने माता- पिता को कह दिया था, ये परीक्षा मेरे लिए नहीं है और मैं अब इसे नहीं दूंगी.
लेकिन उनके माता- पिता ने उन्हें सपोर्ट किया और कहा, इस परीक्षा को जरूर दें. माता- पिता की बात सुनने के बाद मधुमिता यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गई.
6. दिल्ली में आने के बाद मधुमिता ने UPSC 2019 की तैयारी शुरू की. वहीं इस बार उन्होंने टेस्ट सीरीज देना भी शुरू किया. उन्होंने बताया टेस्ट सीरीज देने से आपको पता चल जाता है कि कितना सही और गलत कर रहे हो. बता दें, UPSC 2019 में उन्होंने 86वीं रैंक हासिल की थी.