बोर्ड परीक्षा और सिलेबस के डाउट्स क्लियर करेंगे शिक्षा मंत्री, छात्रों ने पूछे ये सवाल

इस सेशन के कक्षा 10वीं और 12वीं के शिक्षकों के साथ चर्चा पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है. लाइव की घोषणा के तुरंत बाद, बोर्ड परीक्षा के उम्मीदवारों ने कोर्सेज और सेलेबस कितना कम हु्आ है इसके बारे में सोशल मीडिया पर कई सवाल पूछे. इससे पहले 10 दिसंबर को, कई छात्रों ने बोर्ड परीक्षा, NEET 2021 और JEE MAIN 2021 के लिए विशिष्ट तिथियां मांगी थीं.

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नई दिल्ली:

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आने वाली 17 दिसंबर को ट्विटर पर फिर से लाइव होने वाले हैं ताकि आने वाली बोर्ड परीक्षाओं पर चर्चा की जा सके. इस सेशन के कक्षा 10वीं और 12वीं के शिक्षकों के साथ चर्चा पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है. लाइव की घोषणा के तुरंत बाद, बोर्ड परीक्षा के उम्मीदवारों ने कोर्सेज और सेलेबस कितना कम हु्आ है इसके बारे में सोशल मीडिया पर कई सवाल पूछे. इससे पहले 10 दिसंबर को, कई छात्रों ने बोर्ड परीक्षा, NEET 2021 और JEE MAIN 2021 के लिए विशिष्ट तिथियां मांगी थीं.

शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने पहले कहा था कि कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के सिलेबस में 30 प्रतिशत की कमी की गई है क्योंकि छात्रों ने ऑनलाइन कक्षाओं की अक्षमता और वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी के लिए समय की कमी के बारे में शिकायत की थी. उन्होंने उल्लेख किया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की आधिकारिक वेबसाइट पर इसके बारे में जानकारी साझा की गई है और स्कूलों के अधिकारियों को इसका उल्लेख करना चाहिए. हालांकि, छात्रों को इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि सिलेबस के किन भागों को समाप्त किया जाएगा.

कम किए गए सिलेबस के बारे में पूछने पर, एक छात्र ने ट्ववीटर पर कहा, “सर, कक्षा 12 के अर्थशास्त्र विषय में कोई सिलेबस में कमी नहीं की गई है. इसका 33 प्रतिशत हिस्सा नहीं है. कृपया इस मामले को देखें और हमें अर्थशास्त्र के सिलेबस में कमी के बारे में जानकारी दें."

कुछ छात्रों ने सिलेबस को कम करने के लिए अलग-अलग राज्यों द्वारा विसंगतियों का हवाला दिया है, “सर, इस साल मेरा पुराना स्कूल भी बंद हो गया, जिसके कारण मुझे cgse से cg तक जाना पड़ा और वह भी 10वीं कक्षा में और अब हम बहुत तनाव में हैं और फिर राज्य सरकार हमारे सिलेबस को कम नहीं कर रहा है इसलिए अब क्या करना है या तो आकलन के माध्यम से हमारी परीक्षा लें.

कक्षा 12वीं में कॉमर्स के सिलेबस के बारे में शिकायत करते हुए एक छात्र ने कहा, “जैसा कि आपने अपनी कल की बैठक में कहा था कि सीबीएसई पहले ही 30 प्रतिशत सिलेबस को हटा चुका है, लेकिन कॉमर्स में सिलेबस को 30 प्रतिशत से कम नहीं किया गया है.

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राज्य परीक्षा बोर्डों का हवाला देते हुए हिमांशी नाम के एक छात्र ने कहा कि सिलेबस के आसान भागों को हटा दिया गया है.

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हिमांशी ने कहा, "सर  RBSE और महाराष्ट्र बोर्ड ने अपनी परीक्षा की तारीखों को 15 मई तक बढ़ा दिया है, फिर सीबीएसई क्यों नहीं क्योंकि 30 प्रतिशत के सिलेबस में केवल आसान अध्याय शामिल हैं जो छात्रों को अधिक स्कोर करने में मदद करते हैं".

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श्री पोखरियाल ने पहले लाइव सत्र के बाद एक समीक्षा बैठक की और छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से प्राप्त सुझावों पर विचार किया.

इससे पहले, श्री पोखरियाल ने COVID-19 महामारी के बीच परीक्षा आयोजित करने के बारे में अपने विचार जानने के लिए शिक्षा हितधारकों के साथ इसी तरह के वेबिनार आयोजित किए.

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