शीतलहर के प्रकोप और कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण बिहार की राजधानी पटना में विद्यालयों को हफ्ते भर के लिए बंद रखने का आदेश रविवार को राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया है. पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने 15 वर्ष और इससे अधिक उम्र के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होने से एक दिन पहले ये आदेश जारी किया. आदेश के दायरे से नौवीं और इससे उपर की कक्षाओं को बाहर रखा गया है. सिंह ने आदेश में कहा कि सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों में आठवीं कक्षा तक, आठ जनवरी तक पठन-पाठन गतिविधियां स्थगित रहेंगी.
पटना जिले में राज्य के अन्य जिलों की तरह शीत लहर का प्रकोप जारी है. वहीं, शहर में पिछले हफ्ते कोविड-19 के ओमीक्रॉन स्वरूप का राज्य में पहला मामला सामने आया था.
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जिलाधिकारी ने 790 निजी और सरकारी उच्च विद्यालयों के नौवीं से 12वीं कक्षाओं के छात्रों का टीकाकरण शुरू करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की.
पश्चिम बंगाल सरकार ने भी किए स्कूल बंद
पश्चिम बंगाल सरकार ने भी संक्रमण के मामलों में भारी वृद्धि के चलते सोमवार से सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने और कार्यालयों में कर्मियों की उपस्थिति 50 प्रतिशत तक सीमित करने के आदेश के साथ कोविड संबंधी प्रतिबंधों को फिर लागू कर दिया है. साथ ही मुंबई और नई दिल्ली से उड़ानें सप्ताह में केवल दो बार का फैसला भी किया है. मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि राज्य में 15 जनवरी तक रात 10 बजे से सुबह पांच बजे के बीच केवल आवश्यक सेवाओं की अनुमति होगी. मुख्य सचिव ने कहा, '' कल से सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में अकादमिक गतिविधियां बंद रहेंगी. 50 फीसदी क्षमता के साथ केवल प्रशासनिक गतिविधियों की अनुमति रहेगी.'' उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा को लेकर संबंधित बोर्ड द्वारा निर्णय लिया जाएगा.