NEET MDS 2024: NEET MDS 2024: तमाम अनिश्चितताओं और छात्रों के लाख विरोध के बीच नीट एमडीएस परीक्षा आज आयोजित की जा रही है. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) सोमवार, 18 मार्च को नीट एमडीएस 2024 ( NEET MDS 2024) परीक्षा का आयोजन कर रहा है. यह परीक्षा एक ही पाली में सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी. नीट एमडीएस परीक्षा का आयोजन देश के 56 परीक्षा शहरों में किया जा रहा है. जब से बोर्ड ने नीट एमडीएस यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट- मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी 2024 परीक्षा तारीख का ऐलान किया था, तब से मेडिकल छात्र लगातार परीक्षा तारीख का विरोध कर रहे थे. उनका तर्क था कि उन्हें इसकी तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल रहा है. नीट एमडीएस 2024 एग्जाम को स्थगित करने के लिए छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)में एक याचिका दायर की गई थी. इस पर कोर्ट में 15 मार्च, 2024 को सुनवाई हुई थी, जिसमें देश की शीर्ष अदालत ने नीड एमडीएस 2024 परीक्षा को स्थगित या रद्द करवाने से इनकार कर दिया. हालांकि, नीट एमडीएस इंटर्नशिप (NEET MDS Internship) के लिए कटऑफ डेट को 31 मार्च 2024 के बजाय 30 जून, 2024 कर दिया गया है.
NEET MDS 2024 परीक्षा का एडमिट कार्ड कल, मंत्रालय ने एग्जाम सेंटर को लेकर किया ट्विट
देश भर के 259 डेंटल कॉलेजों में लगभग 6,228 मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी (एमडीएस) सीटों पर एडमिशन के लिए नीट एमडीएस 2024 परीक्षा आयोजित की जा रही है. इस परीक्षा में भाग लेने वाले स्टूडेंट के लिए एनबीई ने एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं.
NEET MDS 2024: एग्जाम पैटर्न
नीट एमडीएस 2024 प्रवेश परीक्षा में 240 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) होते हैं. प्रश्न पत्र के दो भाग होते हैं- पार्ट ए और पार्ट बी. पार्ट ए में 100 प्रश्न होते हैं, जबकि पार्ट बी में 140 प्रश्न होते हैं. प्रत्येक प्रश्न चार अंक का होता है. सही उत्तर के लिए अभियर्थियों को 4 अंक मिलेंगे, जबकि गलत उत्तर देने के लिए एक अंक काट लिए जाएंगे. अनअटेम्प्ड प्रश्नों के उत्तर के लिए कोई अंक नहीं मिलेंगे. नीट एमडीएस परीक्षा पूरी करने के लिए उम्मीदवारों को तीन घंटे का समय दिया जाएगा. इस परीक्षा का मीडियम इंग्लिश है.
सभी राज्यों में 50 प्रतिशत सीटें
नीट एमडीएस मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी (NEET MDS 2024) में प्रवेश के लिए एकल पात्रता सह प्रवेश परीक्षा है. एमडीएस पाठ्यक्रमों के लिए सभी राज्यों में अखिल भारतीय 50% कोटा सीटें हैं. देशभर के सभी निजी डेंटल कॉलेजों, संस्थानों और विश्वविद्यालयों में एमडीएस पाठ्यक्रम होता है.