दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार, 5 फरवरी को दिल्ली में कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों से मिले. ये सभी बच्चे 10 महीने बाद स्कूल पहुंचे थे. बता दें, कोरोना वायरस के कारण 10 महीने से स्कूल बंद थे.
मनीष सिसोदिया ने कहा, "कोरोना का समय बहुत कठिन था लेकिन हमें इसके साथ परिपक्वता से निपटना पड़ा जिसके कारण स्कूल बंद हो गए थे. 15 दिन पहले 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोले गए थे.
मुझे खुशी है कि हमारे 9वीं और 11वीं कक्षा के छात्र भी फिर से जुड़ गए हैं. सिसोदिया ने ANI को बताया, "मैं उनके खुश चेहरों को देख सकता हूं. महामारी के दौरान स्कूल खोलना एक चुनौती है, लेकिन हमने इसे स्वीकार कर लिया है. "
उपमुख्यमंत्री ने गांधी नगर के गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल नंबर 2 का दौरा किया. उन्हें COVID-19 पर छात्रों द्वारा बनाई गई पेंटिंग दिखाई गई और महामारी के बीच सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूल में अपनाए जाने वाले उपायों का भी निरीक्षण किया.
कुछ छात्रों ने मंत्री को यह भी बताया कि ऑफ़लाइन कक्षाओं में भाग लेना ऑनलाइन की तुलना में बेहतर है क्योंकि वे आसानी से विषयों को समझ सकते हैं और शिक्षकों के साथ अपने संदेह पर चर्चा कर सकते हैं.
गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल दिल्ली में कक्षा 9 और कक्षा 11 के छात्रों के लिए फिर से शुरू किए गए स्कूलों में से एक है, जहां कोरोनोवायरस महामारी के कारण शिक्षण संस्थानों को बंद करने के लिए मजबूर किया गया था.
सरकार ने बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर 18 जनवरी को कक्षा 10 और 12 के लिए स्कूलों को फिर से शुरू किया था, हालांकि, सरकार ने कहा था कि छात्र को केवल अपने माता-पिता की सहमति से स्कूल बुलाया जाना चाहिए.