विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने भारत की आजादी के 75 साल का जश्न मनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा की गई एक पहल, 'भारत का अमृत महोत्सव' मनाने की घोषणा की है. ये महोत्सव 15 अगस्त 2022 से 2023 तक चलेगा. इसके लिए यूजीसी ने शैक्षणिक संस्थानों को विस्तृत योजना बनाने के लिए कहा है.
बता दें, 'भारत का अमृत महोत्सव' डिग्री कॉलेजों में मनाया जाएगा. जिसके तहत आजादी के बाद से भारत देश में आए बदलाव, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित कार्यक्रम आयोजित करने होंगे. यह महोत्सव 15 अगस्त 2022 से 75 सप्ताह पहले शुरू होकर 15 अगस्त 2023 तक चलेगा.
यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह ने महोत्सव से जुड़ी कई बातों को लेकर विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के प्रमुखों को आदेश जारी किया है. जिसमें बताया गया है कि भारत सरकार ने देश की आजादी के 75 वर्षों को 'भारत का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाने का निर्णय लिया है.
यूजीसी की ओर से जारी पत्र में लिखा है, इस महोत्सव के पीछे का विचार भारत के लिए एक विजन 2027 बनाना है. इसके माध्यम से 1947 के बाद से देश की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए इवेंट/एक्टिविटी का आयोजन किया जाएगा. उन स्वतंत्रता सेनानियों और स्थानों के योगदान की याद दिलाने के लिए समारोह आयोजित किए जाएंगे. जो सापेक्षता में बने हुए हैं.
आपको बता दें, भारत सरकार भारत का अमृत महोत्सव के लिए एक लोगो डिजाइन प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है और 28 फरवरी को भाग लेने की अंतिम तिथि है. विजेताओं को पुरस्कार राशि में 1 लाख रुपये तक मिलेंगे.
यूजीसी के अनुसार, इस आयोजन के पीछे का विचार “India@2047” के लिए एक विजन बनाना है. यह आयोजन हमारे देश की तकनीकी और वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रदर्शन के साथ सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी देखेगा. यूजीसी ने कहा - कार्यक्रम में भारत के कुछ अज्ञात स्थानों और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए योगदान पर प्रकाश डाला जाएगा,