JEE Mains 2022: जेईई मेन यानी ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन 2022 सेशन 1 (JEE Main 2022 session 1) की परीक्षा कल से शुरू होने वाली है. इसी बीच बड़ी संख्या में परीक्षार्थी जेईई मेन 2022 परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल इन दिनों देश के कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं तो देशभर में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का जमकर विरोध हो रहा है. बिहार में कई दिनों से रेल यातायात प्रभावित है, जिसकी वजह से छात्रों का अपने परीक्षा केंद्रों पर जाना मुश्किल है. वहीं जेईई मेन 2022 की परीक्षा कल से 23 जून से शुरू होने वाली है. ऐसे में इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जामिनेशन की तैयारी कर रहे छात्र जेईई मेन 2022 परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. परीक्षार्थी ट्विटर पर #JEEMains2022 को शिक्षा मंत्री, प्रधानमंत्री और एनटीए को टैग कर जेईई मेन परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने जेईई मेन 2022 के लिए एडमिट कार्ड कल जारी कर दिए हैं. जेईई मेन 2022 के एडमिट कार्ड को परीक्षार्थी ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in से डाउनलोड कर सकते हैं. ये भी पढ़ें ः JEE Main 2022 Admit Card: जेईई मेन 2022 परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी, इन छात्रों के एडमिट कार्ड नहीं हुए जारी, कारण जानें
Agnipath Protest: जेईई मेन 2022 की परीक्षा नहीं होगी स्थगित; आज जारी हो सकता है एडमिट कार्ड
अग्निपथ योजना का विरोध देश के कई हिस्सों में फैल गया है. बिहार में विरोध के बाद, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा सहित राज्यों ने भी हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. किसान संगठन ने 24 जून को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. इस बीच, असम बाढ़ की चपेट में है, जिससे अब राज्य में 47 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. ऐसी परिस्थिति में जेईई मेन 2022 परीक्षार्थियों का अपने परीक्षा केंद्रों पर समय से पहुंचना मुश्किल है. इसी कारण इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा देने के इच्छुक छात्र सोशल साइट पर इस परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं.
एक उम्मीदवार ने जेईई मेन 2022 जून सत्र को स्थगित करने की मांग करते हुए ट्वीट किया है.
वहीं एक दूसरे छात्र ने ट्विट किया, “भले ही देश में कुछ जगहों पर कोई समस्या नहीं है लेकिन कुछ अन्य शहरों में, छात्रों को यात्रा के मुद्दे का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए मुझे लगता है कि एनटीए को इसे ध्यान में रखना चाहिए."