IIT Madras: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास गणित में बी.एससी. (विज्ञान स्नातक) पाठ्यक्रम शुरू करेगा क्योंकि इसका लक्ष्य प्रति वर्ष कम से कम 500 गणित शिक्षक तैयार करना है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय संस्थागत रैंक फ्रेमवर्क द्वारा जारी सूची के अनुसार, आईआईटी मद्रास ने सोमवार को लगातार छठे वर्ष 'समग्र' श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया और लगातार नौवें वर्ष 'इंजीनियरिंग' श्रेणी में अव्वल स्थान प्राप्त किया. अनुसंधान संस्थान श्रेणी में आईआईटी-एम ने शीर्ष दूसरा स्थान हासिल किया.
NEET PG 2024 का रिजल्ट नॉर्मलाइजेशन प्रोसेस के आधार पर तैयार होगा, Tie-Breaking नियम
एनआईआरएफ सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त करने के लिए 11,000 छात्रों, संकाय सदस्यों, शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आईआईटी-एम के निदेशक वी. कामकोटि ने कहा कि संस्थान का चयन विभिन्न मापदंडों के आधार पर किया गया है, जिसमें हर साल स्नातक करने वालों का प्रतिशत और हर साल पीएचडी पूरा करने वाले छात्रों की संख्या शामिल है.
कामकोटि ने संवाददाताओं से कहा, 'हम लगातार छठे वर्ष 'समग्र' में तथा लगातार नौवें वर्ष 'इंजीनियरिंग' में पहला स्थना प्राप्त करके बहुत खुश हैं। मैं छात्रों, कर्मचारियों, पूर्व छात्रों, तमिलनाडु सरकार, केंद्र सरकार तथा विभिन्न मंत्रालयों को धन्यवाद देता हूं. हम शिक्षा के क्षेत्र में इस देश को जो चाहिए उसे देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. हम सभी हितधारकों को धन्यवाद देते हैं.'
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से संस्थान चिकित्सा विज्ञान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और 'डेटा एनालिटिक्स' जैसे पाठ्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. उन्होंने कहा कि खेल उत्कृष्टता अभियान के तहत खेलों में असाधारण प्रदर्शन करने वाले छात्रों को शामिल करने के कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय चैंपियन पांच छात्रों को संस्थान में अध्ययन करने का अवसर मिला है.
CBSE बोर्ड का अहम नोटिस जारी, स्कूलों ने नहीं मानी गाइडलाइन तो होगी कार्रवाई
कामकोटि ने कहा, 'इस तरह की पहल अप्रत्यक्ष रूप से हमारे लिए शीर्ष रैंक हासिल करने का एक कारण रही है.' उन्होंने कहा, 'हम भविष्य में गणित और बीएड पाठ्यक्रम शुरू करने की भी योजना बना रहे हैं. हमारा लक्ष्य हर साल गणित में कम से कम 500 शिक्षक तैयार करना है.'