भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के कई छात्रों ने सोमवार को कैंपस को फिर से खोलने और दूसरे सेमेस्टर की फीस माफ करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. आईआईएमसी के हिंदी पत्रकारिता, उर्दू पत्रकारिता और रेडियो एवं टीवी विभाग के छात्रों के समूह ने आरोप लगाया कि दूसरे सेमेस्टर में शारीरिक उपस्थिति के साथ (ऑफलाइन) कक्षाएं आयोजित किए जाने का वादा किए जाने के बावजूद संस्थान 30 मार्च से ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित कर रहा है.
छात्रों ने एक बयान में कहा, ''देश में बड़े स्तर पर चुनाव हो रहे हैं, रैलियों को संबोधित किया जा रहा है, फिर शिक्षण संस्थानों में छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने से क्यों बचा जा रहा है? पत्रकारिता की ऑनलाइन पढ़ाई संभव नहीं है, जो एक प्रायोगिक पाठ्यक्रम है.''
छात्रों ने पाठ्यक्रम की अवधि कुछ महीनों के लिए बढ़ाए जाने के साथ ही दूसरे सेमेस्टर की फीस माफ करने की भी मांग की. प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनकी मांगे नहीं माने जाने की सूरत में अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखने की बात भी कही.