12वीं कक्षा की वैकल्पिक परीक्षा अगस्त-सितंबर में, विवादों के निपटारे के लिए पैनल गठित : SC में CBSE

कक्षा 12वीं के लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में ताजा हलफनामा दाखिल किया है. इस हलफनामे में CBSE ने कहा है कि परीक्षा के परिणाम 31 जुलाई 2021 तक घोषित होंगे और परिणामों की गणना के संबंध में विवाद एक समिति को भेजे जाएंगे.

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नई दिल्ली:

कक्षा 12वीं के लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  में ताजा हलफनामा दाखिल किया है. इस हलफनामे में CBSE ने कहा है कि परीक्षा के परिणाम 31 जुलाई 2021 तक घोषित होंगे और परिणामों की गणना के संबंध में विवाद एक समिति को भेजे जाएंगे.

वैकल्पिक परीक्षा के लिए पंजीकरण की ऑनलाइन सुविधा होगी. यह भी कहा गया है कि अगर अनुकूल स्थिति रहती है तो ये परीक्षा 15 अगस्त से 15 सितंबर  2021 के बीच संभावित रूप से आयोजित की जाएगी.

वैकल्पिक परीक्षा में प्राप्त अंकों को अंतिम अंक माना जाएगा. गौरतलब है कि कक्षा  12वीं की बोर्ड परीक्षाओं (12th Board Exams 2021) के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) को कहा है कि हमने आपकी स्कीम पर सैद्धांतिक तौर पर सहमति दी है, लेकिन कुछ याचिकाओं में बोर्ड परीक्षा को रद्द करने को चुनौती दी गई है इसलिए इन याचिकाकर्ताओं की बात सुनना भी जरूरी है.

12th बोर्ड परीक्षा: सुप्रीम कोर्ट ने CBSE से कहा, हम आपकी स्‍कीम से सैद्धांतिक तौर पर सहमत लेकिन....

अदालत सिर्फ उन्हीं याचिकाओं पर सुनवाई करेगी जो दाखिल हो चुकी हैं. अदालत अब नई याचिकाओं पर सुनवाई नहीं करेगी और रजिस्ट्री को कहेगी कि नई याचिकाओं को स्वीकार न करे. सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को दो बजे इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगा.

सीबीएसई के 12वीं की परीक्षा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वो सीबीएसई की योजना और छात्रों की ओर से दाखिल फिजिकल परीक्षा की याचिका का बिंदुवार अध्ययन करेगा.

याचिकाकर्ता यूपी पेरेंट्स एसोसियेशन की ओर से सीनियर एडवोकेट विकास सिंह ने कहा कि इच्छुक छात्रों को डबल मास्क के साथ इम्तिहान देने की इजाजत मिलनी चाहिए.

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पूर्व छात्रों के प्राप्तांक का आधार कैसे होगा?  12वीं की परीक्षा और नतीजे काफी अहम होते हैं, इसमें ऐसे फार्मूला सही नहीं हो सकते. इससे भविष्य में केस मुकदमों की बाढ़ आ जाएगी.

सुप्रीम कोर्ट ने दलीलें सुनने के बाद कहा कि वो दोनों हलफनामों में उठाए गए मुद्दों, सवालों और सुझावों का अध्ययन करेंगे. इसके बाद ही समझ में आएगा कि समस्या क्या है और समुचित समाधान क्या हो! ऐसे ही किसी के ख्याल, आशंका या विचार का कोई मतलब नहीं है.

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पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CBSE और ICSE को कहा था कि वो किसी भी स्थिति में छात्रों को अपने अंक सुधारने के लिए परीक्षा में बैठने का अवसर दे और दूसरा  परिणाम घोषित करने की समय-सीमा और वैकल्पिक परीक्षा आयोजित करने की तारीख के बारे में जानकारी दे.

इस दौरान CBSE ने 12वीं के छात्रों को अंक देने की प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में रखी थी कि 10वीं, 11वीं और 12वीं के अंकों के आधार पर आएगा. रिज़ल्ट- 30% - 10वीं के 3 टॉप विषयों के आधार पर - 30% -11वीं के आधार पर - 40% -12वीं के यूनिट टेस्ट आदि के आधार पर, 31 जुलाई तक आ जाएगा.

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पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने उन राज्यों को नोटिस जारी किया था जिन्होंने बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द नहीं किया है, वहीं  देश भर के दसवीं और बारहवीं कक्षा के 1152 छात्रों की याचिका पर भी सुनवाई होगी जिन्होंने CBSE कक्षा बारहवीं के कम्पार्टमेंट / प्राइवेट / रिपीटर्स परीक्षा को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

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