CBSE Class 12 Board Exams: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को पत्र लिखा और महामारी के बीच कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं करने की बात कही. उन्होंने पत्र में यह भी कहा कि अगर बच्चों के जीवन को खतरे में डालने वाली परिस्थितियों में धकेल दिया जाता है तो ये उनके साथ अन्याय होगा.
शिक्षा मंत्री को लिखे अपने पत्र में प्रियंका गांधी ने कई छात्रों और अभिभावकों से प्राप्त सुझावों को साझा किया है, जिन्होंने पिछले कुछ दिनों में इस मामले पर उनसे बातचीत की थी.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा, "मैंने शिक्षा मंत्री को 12वीं कक्षा की सीबीएसई परीक्षाओं के संबंध में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से प्राप्त कई सुझावों की जानकारी देते हुए पत्र लिखा है."
प्रियंका गांधी ने कहा, "मैं एक बार फिर आपसे सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने और छात्रों और अभिभावकों द्वारा दिए गए सुझावों पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह करती हूं."
उन्होंने आगे कहा है कि बच्चों से न केवल बोर्ड परीक्षा में पढ़ने और अच्छा प्रदर्शन करने की अपेक्षा करना क्रूरता है, बल्कि इससे भी बड़ी बात यह है कि भीड़-भाड़ वाले परीक्षा केंद्रों में छात्रों को भेजना, जहां उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि विशेषज्ञों ने बार-बार चेतावनी दी है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों और किशोरों के लिए अधिक खतरनाक हो सकती है.
बता दें कि प्रियंका गांधी कोरोना महामारी के बीच कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित कराने के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने छात्रों का मूल्यांकन करने के लिए या फिर घर से ओपन बुक एग्जाम करने समेत कई सुझाव दिए हैं.