आर्थिक हालात में सुधार की उम्मीद को झटका देते हुए औद्योगिक उत्पादन नवंबर में 0.1 फीसदी घटा, जो चार महीने का न्यूनतम स्तर है। ऐसा विनिर्माण व खनन क्षेत्र के खराब प्रदर्शन और पूंजीगत उत्पाद के उत्पादन में कमी के कारण हुआ।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आधार पर आकलित औद्योगिक उत्पादन नवंबर में घटा है, जबकि अक्तूबर में इसमें 8.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई थी। इस गिरावट के मद्देनजर रिजर्व बैंक 29 जनवरी को होने वाली मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
नवंबर 2011 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर छह फीसदी थी, जबकि 2012 में औद्योगिक उत्पादन 0.1 फीसदी घटा। आज यहां जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से नवंबर की अवधि में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर एक फीसदी थी, जो 2011-12 की इसी अवधि में यह 3.8 फीसदी थी।
इस बीच पिछले साल अक्तूबर के दौरान औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि का आंकड़ा संशोधित कर 8.3 फीसदी किया गया जबकि पिछले महीने अस्थाई अनुमान के मुताबिक 8.2 फीसदी था, जो पिछले 16 महीने का उच्चतम स्तर है।
सूचकांक में 75 फीसदी योगदान करने वाले विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर नवंबर 2012 में 0.3 फीसदी रही, जो 2011 में 6.6 फीसदी थी।
पिछले साल अप्रैल से नवंबर के दौरान प्रमुख क्षेत्रों के उत्पादन की वृद्धि दर एक फीसदी रही जबकि 2011 की समान अवधि में यह इन क्षेत्रों में 4.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई थी।
नवंबर में खनन उत्पादन 5.5 फीसदी घटा जबकि 2011 के इसी महीने में उत्पादन में 3.5 फीसदी की कमी आई। अप्रैल से नवंबर के दौरान खनन क्षेत्र का उत्पादन 1.5 फीसदी घटा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 2.4 फीसदी की कमी आई।
पूंजीगत उत्पादों का उत्पादन नवंबर 7.7 फीसदी घटा जबकि 2011 के इसी माह में इसमें 4.7 फीसदी की कमी आई थी।
अप्रैल से नवंबर के दौरान पूंजीगत उत्पादों का उत्पादन 11.1 फीसदी घटा, जबकि वित्त वर्ष 2011-12 के इसी माह में इसमें 0.1 फीसदी की कमी आई।