सुजुकी भारत में अगले 5-6 सालों में 70,000 करोड़ करेगी निवेश, e-Vitara के लॉन्च से नए सफर की शुरुआत

ग्लोबल सुजुकी के प्रेसिडेंट तोशीहिरो सुजुकी ने मंगलवार को ई-विटारा के लॉन्च इवेंट में बताया कि गुजरात का प्लांट आने वाले समय में दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब में शामिल होगा. यहां हर साल 10 लाख यूनिट बनाने की क्षमता होगी.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अहमदाबाद के हंसलपुर प्लांट से कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा (Maruti Suzuki 1st electric vehicle e-Vitara)को हरी झंडी दिखाई.
नई दिल्ली:

भारत के ऑटो सेक्टर को बड़ा बढ़ावा मिलने वाला है क्योंकि जापान की दिग्गज कंपनी सुजुकी ने अगले 5 से 6 सालों में भारत में 70,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का ऐलान किया है. कंपनी ने यह जानकारी अपने ग्लोबल प्रेसिडेंट तोशीहिरो सुजुकी के जरिए दी, जो मंगलवार को ई-विटारा इलेक्ट्रिक कार के लॉन्च इवेंट में मौजूद थे.

निवेश का मकसद

सुजुकी के टॉप मैनेजमेंट के मुताबिक इस बड़े निवेश का मुख्य उद्देश्य भारत में प्रोडक्शन क्षमता को बढ़ाना, नए मॉडल लॉन्च करना और कंपनी के मार्केट शेयर को मजबूत बनाए रखना है.

अब तक कितना निवेश और कितनी नौकरियां

सुजुकी पहले ही भारत में 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश कर चुकी है. कंपनी का दावा है कि इस निवेश से अब तक करीब 11 लाख डायरेक्ट जॉब्स पैदा हुई हैं.

पीएम मोदी ने दिखाई ई-विटारा को हरी झंडी

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अहमदाबाद के हंसलपुर प्लांट से कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा (Maruti Suzuki 1st electric vehicle e-Vitara)को हरी झंडी दिखाई. पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब तेजी से "मेक फॉर द वर्ल्ड" की दिशा में आगे बढ़ रहा है और आने वाले समय में भारत में बनी इलेक्ट्रिक गाड़ियां 100 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट की जाएंगी.

कहां होगा पहला एक्सपोर्ट

सुजुकी ने जानकारी दी है कि ई-विटारा का पहला बैच पिपावाव पोर्ट से यूरोप भेजा जाएगा. इसमें यूके, जर्मनी, फ्रांस, नॉर्वे, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, डेनमार्क, इटली, ऑस्ट्रिया, हंगरी, आइसलैंड और बेल्जियम जैसे देश शामिल होंगे.

गुजरात प्लांट बनेगा सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब

तोशीहिरो सुजुकी ने बताया कि गुजरात का यह प्लांट आने वाले समय में दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब में शामिल होगा. यहां हर साल 10 लाख यूनिट बनाने की क्षमता होगी. कंपनी का लक्ष्य भारत और इंटरनेशनल दोनों मार्केट की जरूरतों को यहां से पूरा करना है.

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मेड-इन-इंडिया ईवी का सपना

सुजुकी प्रेसिडेंट ने कहा कि कंपनी ने अपनी पहली ईवी ई-विटारा के लिए इस प्लांट को चुना है और इसे ग्लोबल प्रोडक्शन हब बनाने की दिशा में काम किया गया है. यहां बनी ई-विटारा को भारत के साथ-साथ जापान और यूरोप सहित 100 से ज्यादा देशों में भेजा जाएगा.

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