शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है, जिससे निवेशकों की चांदी हो गई है. इस हफ्ते शेयर बाजार के निवेशक ताबड़तोड़ कमाई कर रहे हैं.बीते दो दिनों में बाजार में भारी उछाल के चलते निवेशकों की संपत्ति में 8.67 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.इस दौरान बीएसई सेंसेक्स में कुल 1,472 अंक का उछाल आया.
सेंसेक्स में 1.53% और निफ्टी 1.45% की तेजी
सेंसेक्स (Sensex) मंगलवार, 18 मार्च को 1,131.31 अंक या 1.53 प्रतिशत बढ़कर 75,301.26 अंक पर बंद हुआ. दिन के कारोबार में यह 1,215.81 अंक या 1.63 प्रतिशत बढ़कर 75,385.76 अंक पर पहुंच गया था.
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी (Nifty) भी 325.55 अंक यानी 1.45 प्रतिशत बढ़कर 22,834.30 अंक पर पहुंच गया.
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में भारी उछाल
इस तरह दो दिन में बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 1,472.35 अंक या 1.99 प्रतिशत बढ़ गया है. इसके साथ ही बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण ( मार्केट कैप) दो दिन में 8,67,540.05 करोड़ रुपये बढ़कर 3,99,85,972.98 करोड़ रुपये हो गया.
मंगलवार को निवेशकों की संपत्ति 7 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
सिर्फ मंगलवार को ही बाजारों में शानदार तेजी के चलते निवेशकों की संपत्ति सात लाख करोड़ रुपये बढ़ी.बता दें कि यह घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का लगातार दूसरा दिन रहा.कल बाजार में चौतरफा तेजी देखी गई.
क्या है बाजार में तेजी की वजह?
भारतीय शेयर बाजार को ग्लोबल मार्केट से सपोर्ट मिल रहा है. बीते दिन अमेरिकी और एशियाई शेयर बाजारों में तेजी का असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिला. अमेरिकी बाजारों में, पिछले कारोबारी सत्र में डाउ जोंस 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 41,581.31 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,614.66 पर और नैस्डैक 1.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,504.12 पर बंद हुआ.वहीं, एशियाई बाजारों में केवल चीन लाल निशान पर कारोबार कर रहा था जबकि जापान, सोल, हांगकांग, जकार्ता और बैंकॉक हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे.
बाजार में तेजी की एक वजह ऑटो और बैंकिंग शेयरों में खरीदारी होना था. इसके अलावा आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, रियल्टी, मेटल और एफएमसीजी समेत सभी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए. इससे पहले सोमवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी पांच दिन की गिरावट से उबरकर बढ़त के साथ बंद हुए थे.