स्पाइसजेट ने वित्तीय अनुशासन और नियामक अनुपालन बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हुए अपने सभी GST बकाया का भुगतान कर दिया है. GST बकाया का भुगतान स्पाइसजेट के हालिया सफल क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के बाद हुआ, जिसने 3000 करोड़ रुपये जुटाए. क्यूआईपी ने शीर्ष स्तरीय संस्थागत निवेशकों और फंडों की एक विविध श्रृंखला को आकर्षित किया, जिसमें गोल्डमैन सैक्स (सिंगापुर), मॉर्गन स्टेनली एशिया, टाटा म्यूचुअल फंड और डिस्कवरी ग्लोबल अपॉर्चुनिटी लिमिटेड जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं.
जीएसटी भुगतान पर क्या बोले एयरलाइन अध्यक्ष
स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, "हमें सभी जीएसटी बकाया चुकाने पर गर्व है, जो वित्तीय अनुशासन और नियामक अनुपालन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है." "ये विकास भविष्य के लिए रणनीतिक रूप से खुद को तैयार करते हुए हमारे यात्रियों को असाधारण सेवा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं."
ईएलएफसी के साथ भी हुआ समझौता
24 सितंबर को स्पाइसजेट ने घोषणा की कि उसने इंजन लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन (ELFC) के साथ अपने विवाद को सौहार्दपूर्ण समझौते के जरिए सुलझा लिया है. ईएलएफसी ने पहले 16.7 मिलियन डॉलर का दावा किया था, और समझौता एक अज्ञात राशि पर हुआ है, जो प्रारंभिक दावे से कम है. यह संकल्प स्पाइसजेट के वित्तीय स्वास्थ्य को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है.