स्मॉलकैप सेगमेंट का जलवा! 7 साल में 5 गुना बढ़ा मार्केट कैप, मिडकैप-लार्जकैप को पीछे छोड़ा

Smallcap Investment Tips: रिपोर्ट बताती है कि सिर्फ मार्केट कैप ही नहीं, बल्कि स्मॉलकैप कंपनियों का कॉरपोरेट मुनाफा भी तेजी से बढ़ा है. पिछले 4 सालों में इन कंपनियों का मुनाफा 2.5 गुना तक बढ़ चुका है.

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Smallcap India Growth: वित्त वर्ष 2024 में स्मॉलकैप इंडेक्स में 4 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली, जबकि इन्हीं कंपनियों के मुनाफे में 38 प्रतिशत का जबरदस्त इजाफा हुआ.
नई दिल्ली:

भारतीय शेयर बाजार में स्मॉलकैप सेगमेंट ने बीते कुछ सालों में जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है. एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, स्मॉलकैप सेगमेंट का मार्केट कैप 2017 में जहां 17 लाख करोड़ रुपये था, वो बढ़कर 2024 के आखिर में 92 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. यानी बीते सात सालों में इसमें 5 गुना का उछाल आया है.

स्मॉलकैप का प्रदर्शन मिडकैप और लार्जकैप दोनों से बेहतर

ये रिपोर्ट बजाज फिनसर्व एएमसी ने जारी की है. रिपोर्ट के मुताबिक, स्मॉलकैप ने इस दौरान मिडकैप और लार्जकैप दोनों से बेहतर प्रदर्शन किया है. जहां स्मॉलकैप सेगमेंट ने 27.6 प्रतिशत की सालाना बढ़त (CAGR) दर्ज की, वहीं मिडकैप का CAGR 21.6 प्रतिशत और लार्जकैप का 14.5 प्रतिशत रहा.

स्मॉलकैप कंपनियों का कॉरपोरेट मुनाफा भी तेजी से बढ़ा

रिपोर्ट बताती है कि सिर्फ मार्केट कैप ही नहीं, बल्कि स्मॉलकैप कंपनियों का कॉरपोरेट मुनाफा भी तेजी से बढ़ा है. पिछले 4 सालों में इन कंपनियों का मुनाफा 2.5 गुना तक बढ़ चुका है. इससे साफ है कि स्मॉलकैप कंपनियों का साइज और निवेश के मौके दोनों तेजी से बढ़े हैं.

हालांकि, रिपोर्ट ये भी कहती है कि स्मॉलकैप में सही क्वालिटी वाली कंपनी चुनना बहुत जरूरी है. 2017 के बाद से करीब 50% स्मॉलकैप कंपनियां माइक्रोकैप में चली गईं यानी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. वहीं, सिर्फ 4 कंपनियां ही मिडकैप कैटेगरी तक पहुंच पाईं. यानी निवेश से पहले अच्छी रिसर्च जरूरी है.

वित्त वर्ष 2024 में स्मॉलकैप इंडेक्स में 4 प्रतिशत की बढ़त

वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में स्मॉलकैप इंडेक्स में थोड़ी गिरावट भी देखने को मिली, लेकिन इस गिरावट ने निवेशकों को बेहतर वैल्यूएशन पर क्वालिटी कंपनियों में एंट्री लेने का मौका भी दिया.बजाज फिनसर्व की रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि वित्त वर्ष 2024 में स्मॉलकैप इंडेक्स में 4 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली, जबकि इन्हीं कंपनियों के मुनाफे में 38 प्रतिशत का जबरदस्त इजाफा हुआ. वित्त वर्ष 2025 में भी इनका मुनाफा बढ़कर 21,669 करोड़ से 29,941 करोड़ रुपये हो चुका है.

टॉप 250 स्मॉलकैप कंपनियों में से 74% ने दिया डबल डिजिट रिटर्न

एक और दिलचस्प ट्रेंड यह रहा कि टॉप 250 स्मॉलकैप कंपनियों में से 74 प्रतिशत कंपनियों की रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) डबल डिजिट यानी दो अंकों में रही, जो इनकी मजबूत फाइनेंशियल हेल्थ को दिखाता है. साथ ही, रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 से अब तक करीब 196 स्मॉलकैप कंपनियां आईपीओ (IPO) के जरिए शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकी हैं. यह इस सेगमेंट की बढ़ती डिमांड और ग्रोथ पोटेंशियल को दर्शाता है.

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कुल मिलाकर, रिपोर्ट से साफ है कि स्मॉलकैप कंपनियां लंबे समय में अच्छे रिटर्न देने वाली साबित हुई हैं, लेकिन इनमें निवेश करते समय क्वालिटी, रिसर्च और समय का सही से चुनाव करना बेहद जरूरी है.
 

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