- त्योहारी मौसम में आज चांदी की कीमत दो लाख रुपये पार कर गई है. फिलहाल चांदी ₹ 30,000 के प्रीमियम पर बिक रही है.
- भारत ही नहीं चीन, ऑस्ट्रेलिया और तुर्की जैसे देशों में भी चांदी की मांग में बेतहाशा तेजी देखने को मिली है.
- बाजार में चांदी की भारी कमी बताई जा रही है. जो वैश्विक स्तर पर डिलिवरी में देरी और बढ़ी मांग की वजह से है.
"चांदी का भाव लगभग दो लाख रुपये चल रहा है." मुंबई के मशहूर झावेरी बाजार की एक दुकान में जब मंगलवार को एक ग्राहक चांदी का भाव जानने पहुंचा तो उसे वहां के दुकानदार ने ये कहा. बुधवार को इसकी कीमत दो लाख के पार चली गई. एक हफ्ते पहले ही चांदी की कीमत 1 लाख 62 हजार रुपये थी. इसमें लगातार इजाफा हो रहा था. इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के मुताबिक बुधवार को बाजार खुलने के समय चांदी की कीमत दो लाख रुपये को पार कर गया और अभी इसमें और तेजी की पूरी संभावना बरकरार है क्योंकि जितनी इसकी मांग है उतनी सप्लाई नहीं हो पा रही है.
कारोबारियों ने ऑर्डर लेने बंद किए
एनडीटीवी प्रॉफिट से कई कारोबारियों ने बताया कि जूलरी बाजार में चांदी की कीमत 30 हजार रुपये से अधिक के प्रीमियम पर चल रही है जिसके अभी और बढ़ने की गुंजाइश है. इसी बीच, लगभग सभी कारोबारियों ने त्योहारी सीजन के लिए चांदी के नए ऑर्डर लेने बंद कर दिए हैं.
चांदी खरीदना है तो जेब ढीली करनी होगी
एक दुकानदार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर एनडीटीवी प्रॉफिट को बताया कि इस समय चांदी की भारी कमी है. उन्होंने कहा, "इसलिए, जब भी कोई खरीदार हमारे पास आता है, तो हमें यह देखना होता है कि वह कितना प्रीमियम देने को तैयार है. हमें अपना स्टॉक भी बनाए रखना होता है; नहीं तो हमारी अपनी स्टोरेज भी खत्म हो जाएगी. इससे पहले कि हमारा स्टोरेज खत्म हो जाए हम जितनी मात्रा में चांदी बेच रहे हैं उसे स्टोरेज में वापस बनाए रखना होगा."
चीन, ऑस्ट्रेलिया और तुर्की जैसे देशों में भी चांदी की जबरदस्त मांग
एक कारोबारी ने बताया कि मांग इतनी अधिक है कि सात से दस दिनों के लिए त्योहारी सेल का स्टॉक केवल तीन दिनों में ही खत्म हो गया. उन्होंने बताया कि चांदी की खरीद में जो वृद्धि देखी जा रही है वो केवल भारत तक सीमित नहीं है बल्कि ऑस्ट्रेलिया, चीन, तुर्की जैसे देशों में भी इसकी मांग में इसी तरह की तेजी देखी जा रही है. यही कारण है कि वैश्विक स्तर पर इसकी डिलीवरी में भी काफी देरी हो रही है.
चांदी नए सोने के रूप में उभर रही
जाने माने थोक व्यापारी अनिल आर जैन ने कहा, "भौतिक चांदी में कमी की वजह से दीवाली के लिए कोई नया ऑर्डर नहीं लिया जा रहा है."
उन्होंने कहा, "सोने की आपूर्ति को लेकर फिलहाल कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन चांदी की कमी कम से कम दीवाली तक बनी रहने की संभावना है."
झावेरी बाजार वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हितेश सुभाष जैन ने कहा कि चांदी नए सोने के रूप में उभर रही है.
उन्होंने ने इसकी पुष्टि की कि मंगलवार शाम तक चांदी पर 30 हजार रुपये प्रीमियम लगा हुआ था और कारोबारियों ने धनतेरस के लिए ऑर्डर लेना बंद कर दिया है.
आपूर्ति में कमी के बावजूद हितेश जैन को उम्मीद है कि चांदी रखने वाले खरीदारों को 2030 तक तगड़ा मुनाफा हो सकता है.
ललितकुमार पुखराज ज्वेलर्स के ललित पालरेचा ने कहा कि नवंबर के आसपास चांदी की कीमतों में कुछ समय के लिए सुधार हो सकता है. हालांकि उन्होंने भी ये उम्मीद जताई कि लंबे समय में चांदी की कीमतें बढ़ना जारी रहेंगी.