वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे ने सोमवार को कहा कि रुपये के मूल्य को लेकर कोई चिंता नहीं है और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) स्थानीय मुद्रा की अस्थिरता को संभाल रहा है.रुपये के डॉलर के मुकाबले 87.29 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंचने के बीच उन्होंने यह टिप्पणी की है.
पांडे ने कहा, ‘‘ रुपये के मूल्य को लेकर कोई चिंता नहीं है. रुपये में उतार-चढ़ाव को आरबीआई द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है.''उन्होंने कहा कि भारतीय रुपये की दर बाजार पर आधारित है और इसके लिए कोई निश्चित दर तय नहीं की जाती."
रुपया 87.29 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर
वित्त सचिव ने कहा कि विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के कारण विनिमय दर दबाव का सामना कर रही है. रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में 67 पैसे की गिरावट के साथ 87.29 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया था.
ट्रंप के कनाडा, मेक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाने का असर
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा, मेक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाने संबंधी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद व्यापक व्यापार युद्ध की आशंकाओं के बीच स्थानीय करेंसी में यह भारी गिरावट आई है.
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शनिवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,327.09 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 629.557 अरब डॉलर
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को जानकारी दी थी कि 24 जनवरी को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5.574 अरब डॉलर बढ़कर 629.557 अरब डॉलर हो गया. विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले कुछ सप्ताहों से गिरावट का रुख रहा है और इस गिरावट का कारण पुनर्मूल्यांकन के साथ-साथ रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप को माना जा रहा है.