भारतीय रिजर्व बैंक आज यानी 5 दिसंबर को अपनी मौद्रिक नीति समिति के नतीजे का ऐलान करने जा रहा है.बाजार से लेकर आम लोगों तक, हर जगह एक ही चर्चा है कि क्या रेपो रेट में कटौती हो सकती है? आज लाखों लोगो की नजरें सिर्फ इस बात पर टिकी हैं कि क्या आज आरबीआई ब्याज दर घटाएगा और क्या इससे आपका होम लोन सस्ता होगा?अगर आज दरें घटती हैं, तो होम लोन EMI, कार लोन, पर्सनल लोन सब कुछ सस्ता हो सकता है.
लेकिन क्या वाकई यह होने वाला है? इसको लेकर एक्सपर्ट्स दो हिस्सों में बटे हुए हैं. कुछ को पूरी उम्मीद है, जबकि कुछ कहते हैं कि आरबीआई फिलहाल बदलाव नहीं करेगा. इसलिए आरबीआई का आज का फैसला सीधे आपके बजट, EMI और जेब पर असर डालने वाला है.आइए जानते हैं इससे जुड़ी हर जरूरी बात...
RBI आज करेगा मॉनेटरी पॉलिसी की घोषणा
भारतीय रिजर्व बैंक आज सुबह 10 बजे मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन चली बैठक के फैसलों की घोषणा करेगा.आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा यह एलान करेंगे कि ब्याज दरें घटेंगी या नहीं. इस बार की पॉलिसी इसलिए भी खास है क्योंकि महंगाई में गिरावट, जीडीपी की मजबूत ग्रोथ और रुपये के 90 के पार जाने ने स्थिति पूरी तरह बदल दी है.
क्या आज रेपो दर में होगी कटौती? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
फरवरी से अब तक आरबीआई तीन बार में 1% रेपो दर घटा चुका है, लेकिन पिछले दो राउंड में दर 5.5% पर स्थिर रखी गई थी.अब कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि खुदरा मुद्रास्फीति में तेज गिरावट ने दर घटाने की नई गुंजाइश खोल दी है.
- कुछ एक्सपर्ट्स के हिसाब से आज 0.25% कटौती हो सकती है. तो कुछ का मानना है कि रेपो दर 5.5% पर ही स्थिर रहेगी.
- क्रिसिल के चीफ इकोनॉमिस्ट ने कहा कि अक्टूबर में रिटेल महंगाई में बड़ी गिरावट आई है, इसलिए दिसंबर में दर कट की उम्मीद बनती है.
होम लोन ग्राहकों पर क्या होगा असर?
अगर रेपो दर में 0.25% भी कमी होती है, तो होम लोन की EMI पर सीधा असर होगा.कम ब्याज दरों का मतलब EMI में कमी आएगी जिससे घर खरीदने की मांग में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. इससे प्रॉपर्टी सेक्टर को राहत मिलेगी.
रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स भी आज की मीटिंग पर पूरी नजर रखे हुए हैं, क्योंकि उनका मानना है कि थोड़ी सी भी कटौती बाजार को बूस्ट दे सकती है.
महंगाई और जीडीपी आंकड़े को देखकर फैसला मुश्किल
इस बार की पॉलिसी इसलिए भी मुश्किल मानी जा रही है क्योंकि कई अहम आंकड़े एक-दूसरे से बिल्कुल अलग दिशा में इशारा कर रहे हैं. अक्टूबर में खुदरा महंगाई घटकर 0.25% तक आ गई, जबकि होलसेल कीमतों में 1.21% की गिरावट दर्ज हुई है. दूसरी तरफ जीडीपी ग्रोथ 8.2% पर है, जो उम्मीद से कहीं ज्यादा मजबूत है. वहीं रुपया 90 के पार पहुंच गया है, जिससे आयात महंगा हो रहा है और कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है. ऐसे मिले-जुले हालात आरबीआई के लिए आज का फैसला मुश्किल बना सकते हैं.
कुछ अर्थशास्त्रियों का कहना है कि आगे की स्थिति देखते हुए अभी दर न बदलना सुरक्षित रहेगा.
इन डेटा पर निर्भर करेगा आरबीआई का फैसला
एक साल में काफी कुछ बदल गया है. पिछले साल जहां रेपो रेट 6.5% थी, वहीं इस साल यह घटकर 5.5% पर आ गई है. CPI यानी खुदरा महंगाई भी अब आरबीआई के 4% वाले टारगेट के आसपास चल रही है. साथ ही अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से बढ़ रही है, जिससे पॉलिसी रूम पहले से ज्यादा खुल गया है. यही वजह है कि आज का फैसला पूरी तरह डेटा पर निर्भर माना जा रहा है.महंगाई, ग्रोथ और ग्लोबल मार्केट की स्थिति ही तय करेगी कि आगे क्या होगा.
RBI बढ़ा सकता है GDP ग्रोथ अनुमान
पहले दो तिमाहियों के मजबूत आंकड़े आने के बाद आरबीआई अपने GDP अनुमान को और बढ़ा सकता है.अभी FY26 का अनुमान 6.8% है, जिसे और ऊपर ले जाने की चर्चा है.
क्या आज सस्ता होगा आपका लोन?
आज का RBI का ऐलान इसलिए बेहद अहम है क्योंकि इसका सीधा असर आपकी EMI, होम लोन की ब्याज दर, पर्सनल लोन और कार लोन तक पर पड़ेगा. इसके साथ ही शेयर मार्केट का सेंटीमेंट और रियल एस्टेट की डिमांड भी इसी फैसले से तय होती है. अगर आरबीआई दरों में कटौती करता है, तो लाखों परिवारों को EMI में राहत मिल सकती है और जेब पर बोझ कम हो सकता है. लेकिन अगर दरें नहीं बदली गईं, तो शायद कुछ और महीने इंतजार करना पड़े.
आज की पॉलिसी लाखों परिवारों के लिए पैसे की बचत ला सकती है या फिर कुछ और महीने इंतजार करना पड़ सकता है.














