अगर आप कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो फटाफट खरीद लें, क्योंकि अप्रैल 2025 से कारों की कीमतों में भारी इजाफा होने वाला है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India Ltd.) ने अपनी गाड़ियों के दाम 4% तक बढ़ाने का फैसला किया है. बढ़ती कच्चे माल की लागत और ऑपरेशनल खर्चों के कारण कंपनी को यह कदम उठाना पड़ रहा है. इससे पहले जनवरी और फरवरी में भी मारुति ने कीमतों में बढ़ोतरी की थी.
लेकिन सिर्फ मारुति ही नहीं, बल्कि टाटा मोटर्स, महिंद्रा, हुंडई, किआ, स्कोडा, एमजी मोटर, जीप, सिट्रोएन, मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनियां भी दाम बढ़ाने जा रही हैं. कई कंपनियों ने तो जनवरी से ही 2% से 4% तक की बढ़ोतरी कर दी है और अब अप्रैल में एक और झटका ग्राहकों को लगने वाला है.
क्यों बढ़ रही हैं कारों की कीमतें?
कार कंपनियां कीमतें बढ़ाने के पीछे कई वजहें बता रही हैं, जिनमें मुख्य रूप से वैश्विक स्तर पर कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि, आयात शुल्क (टैरिफ) में बढ़ोतरी और सप्लाई चेन में आ रही रुकावटें शामिल हैं.
- कच्चे माल की लागत बढ़ी: स्टील, एल्युमिनियम, कॉपर और अन्य मेटल्स की कीमतें बढ़ने से गाड़ियों के निर्माण की लागत बढ़ रही है.
- ऑपरेशनल खर्च बढ़े: प्रोडक्शन, लॉजिस्टिक्स जैसे खर्चों में इजाफा हुआ है, जिससे कंपनियों को अपने मुनाफे को बनाए रखने के लिए दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं.
- ग्लोबल मार्केट का असर: चीन, अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों में आर्थिक अस्थिरता का असर भारतीय ऑटो इंडस्ट्री पर भी पड़ रहा है.
- इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस: ऑटो कंपनियां EV सेगमेंट में भारी निवेश कर रही हैं, जिससे पेट्रोल-डीजल कारों की कीमतों में वृद्धि हो रही है.
मारुति की कौन-कौन सी गाड़ियों के दाम बढ़ेंगे?
मारुति सुजुकी ने साफ कर दिया है कि अप्रैल 2025 से कीमतों में 4% तक की बढ़ोतरी होगी, लेकिन यह अलग-अलग मॉडलों पर निर्भर करेगी.मारुति सुजुकी की सबसे सस्ती कार ऑल्टो K10 से लेकर सबसे महंगी इनविक्टो MPV तक सभी मॉडल्स के दाम बढ़ सकते हैं.
जनवरी 2025 में हुई बढ़ोतरी के दौरान, कारों के दाम 1,500 रुपये से 32,500 रुपये तक बढ़े थे. इस बार भी अलग-अलग मॉडल्स पर अलग-अलग असर देखने को मिलेगा.
पिछले तिमाही में कंपनी का कैसा रहा प्रदर्शन?
बढ़ती लागत और बाजार की चुनौतियों के बावजूद, मारुति सुजुकी का प्रदर्शन अच्छा रहा है.अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में मारुति का नेट प्रॉफिट 16% बढ़कर 3,727 करोड़ रुपये हो गया.स्टैंडअलोन आधार पर, कंपनी का मुनाफा 13% बढ़कर 3,525 करोड़ रुपये हो गया. सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन, जो मारुति सुजुकी की पैरेंट कंपनी है, ने 2025-2030 के लिए एक नई रणनीति तैयार की है, जिसमें भारत को सबसे अहम बाजार बताया गया है.
कंपनी ने भारत में 4 मिलियन कारों के प्रोडक्शन का लक्ष्य रखा है और 50% मार्केट शेयर वापस हासिल करने की योजना बना रही है.