गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs Group Inc.) के अर्थशास्त्रियों ने अगले साल अमेरिका में मंदी की संभावना बढ़ाकर 15% से 25% कर दी है, लेकिन कहा है कि बेरोजगारी बढ़ने के बाद भी मंदी से डरने की ज्यादा वजहें नहीं हैं. ब्लूमबर्ग के अनुसार, गोल्डमैन के अर्थशास्त्रियों का नेतृत्व कर रहे जान हत्ज़ियस ने रविवार को एक रिपोर्ट में कहा, "हम अभी भी मंदी के जोखिम को सीमित देखते हैं."
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था कुल मिलाकर बेहतर लग रही है, कोई बड़ा वित्तीय असंतुलन नहीं है और फेडरल रिजर्व (Federal Reserve )के पास ब्याज दरों में कटौती (Interest Rates cut) करने की काफी गुंजाइश है और जरूरत पड़ने पर वह तेजी से ऐसा कर सकता है.
अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ने से मंदी की आशंका
पिछले हफ्ते अमेरिकी रोजगार आंकड़ों (US jobs data) से पता चलता है कि जुलाई में भर्ती में काफी कमी आई है और बेरोजगारी लगभग तीन साल में सबसे अधिक हो गई है, जिससे मंदी की चिंताएं बढ़ गई हैं और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती करने में देरी करने के डर पैदा हो गए हैं.
हत्ज़ियस की टीम उम्मीद करती है कि केंद्रीय बैंक सितंबर, नवंबर और दिसंबर में अपने बेंचमार्क में 25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती करेगा. इसके विपरीत, जेपी मॉर्गन और सिटीग्रुप ने अपने पूर्वानुमानों में बदलाव करते हुए सितंबर में आधा प्वाइंट की कटौती की भविष्यवाणी की है.
Goldman Sachs के अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि अगस्त में जॉब ग्रोथ ठीक हो जाएगा जिससे नौकरियां बढ़ेंगी और फेडरल रिजर्व को लगता है कि ब्याज दरों में थोड़ी सी कमी (25 आधार अंकों की) से ही समस्या हल हो जाएगी. लेकिन अगर अगस्त में भी नौकरियां नहीं बढ़ीं और जुलाई जैसा ही बुरा हाल रहा तो सितंबर में फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में ज्यादा कटौती (50 बीपीएस ) की संभावना होगी