आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस ने जब शेयर बायबैक का ऐलान किया, तो उसके शेयर में तुरंत बड़ी तेजी देखी गई. मंगलवार दोपहर तक इन्फोसिस का शेयर 4.64 प्रतिशत यानी 66.40 रुपये चढ़कर 1,499.30 रुपये पर पहुंच गया. यह न सिर्फ निफ्टी बल्कि निफ्टी आईटी इंडेक्स में भी सबसे ज्यादा योगदान देने वाला शेयर बन गया.
कितना होगा बायबैक
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन्फोसिस करीब 13,560 करोड़ रुपये बायबैक पर खर्च करने वाली है. इसमें शेयर की बायबैक कीमत मौजूदा बाजार भाव से लगभग 25 प्रतिशत ज्यादा रखी जा सकती है. अगर मंजूरी मिल जाती है, तो यह कंपनी का पांचवां शेयर बायबैक होगा.
पहले भी कर चुकी है बायबैक
इन्फोसिस ने अपना पहला शेयर बायबैक 2017 में किया था, जिसकी कीमत 13,000 करोड़ रुपये थी. इसके बाद आखिरी बायबैक 2022 में हुआ था, जब कंपनी ने 1,850 रुपये प्रति शेयर के भाव पर करीब 9,300 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे.
कंपनी की नकदी और नेट वर्थ
वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में इन्फोसिस के पास 45,200 करोड़ रुपये नकद मौजूद था. वहीं कंपनी की नेट वर्थ 95,350 करोड़ रुपये दर्ज की गई. यही वजह है कि कंपनी बड़े बायबैक का फैसला लेने की स्थिति में है.
मार्केट पर असर
शेयर बायबैक का सीधा फायदा यह होता है कि बाजार में उपलब्ध शेयरों की संख्या कम हो जाती है. इससे कंपनी का प्रॉफिट कम शेयरों में बंटता है और प्रति शेयर आय (EPS) बढ़ जाती है. ऊंचा EPS शेयर की वैल्यू बढ़ाने के साथ नए निवेशकों को भी आकर्षित करता है.
एक्सपर्ट की राय
इन्फोसिस पर नजर रखने वाले 50 विश्लेषकों में से 35 ने इसे ‘खरीदें' (Buy) रेटिंग दी है. 13 विश्लेषकों ने इसे ‘होल्ड' करने की सलाह दी है, जबकि सिर्फ 2 ने ‘बेचें' (Sell) की राय दी है. यह साफ दिखाता है कि मार्केट में कंपनी को लेकर भरोसा बरकरार है.