भारत का कोयला आयात अप्रैल-जनवरी अवधि में बढ़कर 21.22 करोड़ टन हुआ

Coal Import: जनवरी, 2024 में कुल कोयला आयात में से गैर-कोकिंग कोयले का आयात 1.21 करोड़ टन रहा, जो बीते साल समान माह में एक करोड़ टन रहा था.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
Coal Import: जनवरी में कोयला आयात बढ़कर 1.98 करोड़ टन हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष के समान महीने में 1.69 करोड़ टन से अधिक था.
नई दिल्ली:

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि में देश में कोयला आयात सालाना आधार पर 1.65 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 21.22 करोड़ टन हो गया है. अंतरव्यापारिक ई-कॉमर्स मंच एमजंक्शन सर्विसेज लिमिटेड द्वारा जुटाए आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष (2022-23) की इसी अवधि में भारत का कोयला आयात 20.87 करोड़ टन था.आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि के दौरान, गैर-कोकिंग कोयले के आयात की मात्रा 13.64 करोड़ टन थी, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान आयातित 13.69 करोड़ टन से थोड़ा कम है.

अप्रैल-जनवरी 2023-24 के दौरान कोकिंग कोयले का आयात 4.73 करोड़ टन था, जो बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में दर्ज 4.60 करोड़ टन से अधिक है.प्रमुख और गैर-प्रमुख बंदरगाहों के माध्यम से जनवरी में कोयला आयात बढ़कर 1.98 करोड़ टन हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष के समान महीने में 1.69 करोड़ टन से अधिक था.

जनवरी, 2024 में कुल कोयला आयात में से गैर-कोकिंग कोयले का आयात 1.21 करोड़ टन रहा, जो बीते साल समान माह में एक करोड़ टन रहा था. इस साल जनवरी में कोकिंग कोयले का आयात 45 लाख टन रहा, जो बीते साल समान माह में 47.4 लाख टन रहा था.

एमजंक्शन सर्विसेज के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने कहा, “भारत में आयातित कोयले की मांग हाल के सप्ताहों में कमजोर हुई है. खदानों और ताप बिजली संयंत्रों में घरेलू कोयले की पर्याप्त उपलब्धता को देखते हुए उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति मार्च में भी जारी रहेगी.”

सरकार के अंतरिम आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जनवरी अवधि में देश का कोयला उत्पादन 78.41 करोड़ टन हो गया है, जो 2022-23 में इसी अवधि के दौरान 69.89 करोड़ टन से कहीं अधिक है.
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
New Delhi की झुग्गी वालों के लिए Arvind Kejriwal का बड़ा संदेश, 'गलती से गलत स्याही लग वाली...' | AAP
Topics mentioned in this article