SEBI का SME IPO के लिए न्यूनतम निवेश सीमा बढ़ाकर चार लाख रुपये करने का प्रस्ताव

SME IPO in India 2024: सेबी ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में एसएमई आईपीओ में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है.यह कदम एसएमई आईपीओ में तेज वृद्धि के बाद उठाया गया है.

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SME IPO 2024: एसएमई आईपीओ में वृद्धि के साथ, ऐसी पेशकशों में निवेशकों की भागीदारी भी काफी बढ़ गई है.
नई दिल्ली:

बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को एसएमई (लघु एवं मझोले उद्यम) आईपीओ के लिए आवेदन को लेकर न्यूनतम निवेश सीमा चार लाख रुपये तक करने का प्रस्ताव किया. इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि केवल पर्याप्त जोखिम लेने तथा निवेश की क्षमता वाले निवेशक ही आवेदन कर सकें.यह कदम एसएमई आईपीओ में तेज वृद्धि के बाद उठाया गया है. इन आईपीओ में निवेशकों की अच्छी-खासी भागीदारी रही है.

एसएमई आईपीओ में निवेशकों की भागीदारी में इजाफा

एसएमई आईपीओ में वृद्धि के साथ, ऐसी पेशकशों में निवेशकों की भागीदारी भी काफी बढ़ गई है. आवंटित निवेशक-आवेदक अनुपात वित्त वर्ष 2021-22 में चार गुना था, यह वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 46 गुना और वित्त वर्ष 2023-24 में 245 गुना हो गया है.

सेबी ने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में एसएमई आईपीओ में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है. एसएमई आईपीओ में जोखिम ज्यादा है और सूचीबद्धता के बाद धारणा बदलती है तो उनके फंसने का खतरा होता है. इसको देखते हुए, छोटे खुदरा निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए एसएमई आईपीओ में न्यूनतम आवेदन का आकार एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये करने का प्रस्ताव है.''

इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल जोखिम लेने की क्षमता और जानकारी रखने वाले निवेशक ही एसएमई आईपीओ में आवेदन करें.उच्च निवेश सीमा छोटे निवेशकों की भागीदारी को कम करेगी और जोखिम लेने की क्षमता वाले निवेशकों को आकर्षित करेगी. इससे एसएमई खंड को लेकर भरोसा बढ़ेगा.

सेबी ने लोगों से चार दिसंबर तक मांगा सुझाव

एक अन्य प्रस्ताव में निवेश सीमा एक लाख रुपये से बढ़ाकर चार लाख रुपये प्रति आवेदन करने का सुझाव दिया गया है.भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस बारे में लोगों से चार दिसंबर तक सुझाव देने को कहा है.


 

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