महामारी के बाद भारत और ग्रीस के बीच कारोबार में आई तेजी के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2030 तक पांच अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है. उद्योग मंडल पीएचडीसीसीआई ने बुधवार को यह संभावना जताई. पीएचडी चैंबर ने बयान में कहा कि महामारी के बाद दो वर्षों में भारत और ग्रीस का कारोबार दोगुना से भी अधिक होकर वित्त वर्ष 2022-23 में 195 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया था. यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2020-21 में 69 करोड़ डॉलर था.
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने कहा, ‘‘भारत और यूनान के बीच व्यापार परिदृश्य के वर्ष 2030 तक पांच अरब डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है. खास बात यह है कि दोनों ही देश एक-दूसरे के उत्पादों के लिए पूरक का काम करते हैं.''
संजीव अग्रवाल ने कहा कि भारत जहां प्राथमिक, तैयार और अधूरे बने हुए उत्पादों का निर्यात ग्रीस को कर रहा है .वहीं उससे खनिज ईंधन और संबंधित उत्पादों का आयात कर रहा है.
उद्योग मंडल ने कहा कि भविष्य में आपूर्ति शृंखला मजबूत होने और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में गरमाहट आने से भारत और ग्रीस के बीच व्यापार का बढ़ना तय है. इसके हर पांच साल में दोगुना होने का अनुमान है.