आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI), सेमी-कण्डक्टर और कुल मिलाकर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दुनियाभर में भारतीय टैलेन्ट की ज़रूरत महसूस की जाती है, और भारतीय काबिलियत की अहमियत लगातार बढ़ रही है. यह कहना है भारत के विदेशमंत्री डॉ एस. जयशंकर का.
NDTV वर्ल्ड समिट के दौरान NDTV के एडिटर-इन-चीफ़ संजय पुगलिया के साथ बातचीत में विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "अगर आप देखें, जिन भी मुद्दों पर आजकल ज़्यादा चर्चा होती है, यानी टेक्नोलॉजी पर चर्चा, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) पर चर्चा, सेमी-कण्डक्टर पर चर्चा - भारतीयों की काबिलियत और कौशल की अहमियत लगातार और दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है..."
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"दुनियाभर के मुल्क चाहते हैं, भारतीय टैलेन्ट उनके देश में आए..."
दो-दिवसीय समिट में विदेशमंत्री ने बताया कि भारतीयों को अपने मुल्क में लाने और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनकी काबिलियत से लाभ उठाने की ख्वाहिश दुनिया के हर मुल्क में है. उन्होंने कहा, "कहीं भी जाएं, खासतौर से यूरोप जाने पर, और कुछ हद तक उत्तरी अमेरिका जाने पर भी, लोगों की विशेष रुचि इस बात में नज़र आती है कि इस काबिलियत और कौशल को भारत से उनके देश में कैसे लाया जाए..."
एस. जयशंकर के मुताबिक, कुछ खास क्षेत्रों में भारतीय बेहद काबिल हैं. उनका इशारा टेक्नोलॉजी और एआई से जुड़े कामों की ओर था, जिनमें भारतीयों के कौशल और क्षमता की सारी दुनिया कायल है. उन्होंने कहा, "सभी देशों की भारतीयों को अपने देश में बुलाने की मंशा इसलिए है, क्योंकि दुनिया के कुछ खास क्षेत्रों में भारतीय टैलेन्ट की तादाद बेहद ज़्यादा है..."
"समूची दुनिया भारत पर भरोसा करती है आज..."
टेक्नोलॉजी से इतर भी भारत की अहमियत दुनियाभर में बढ़ रही है, यह कहते हुए विदेशमंत्री ने बताया कि रूस-यूक्रेन की तरह ही मध्य-पूर्व में भी एक जंग जारी है, लेकिन दुनिया के अधिकतर देशों को भारत पर भरोसा है. उन्होंने कहा, "आज की दुनिया में ऐसे नेता बेहद कम हैं, जो रूस के साथ-साथ यूक्रेन भी जा सकते हैं, और दोनों ही मुल्कों में खुलकर अपनी बात कह सकते हैं... मॉस्को और कीव जाने के अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल ईरान और इज़रायल से भी कई बार बात की... इसलिए दुनियाभर को भारत पर भरोसा है कि भारत उनके हितों के लिए खड़ा होगा..."