देश के आठ प्रमुख शहरों में मकानों की मजबूत मांग के दम पर वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में एक बार फिर आवासीय कीमतें बढ़ गईं. PTI की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में आवासीय कीमतों में सालाना आधार पर औसतन 11% की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
रियल एस्टेट सेक्टर की टॉप संस्था CREDAI, रियल एस्टेट सलाहकार कोलियर्स (Colliers) और डेटा एनालिटिक कंपनी लियासेस फोरास (Liases Foras) ने सोमवार को अपनी संयुक्त रिपोर्ट 'हाउसिंग प्राइस-ट्रैकर रिपोर्ट Q-3 2024' जारी की है, जिसमें ये जानकारी सामने आईं.
लगातार 15वीं तिमाही बढ़ीं कीमतें
वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही (Q3) पर आधारित रिपोर्ट के अनुसार, 'देश के टॉप-8 बाजारों में आवासीय कीमतें 2024 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सालाना आधार पर औसतन 11% बढ़कर 11,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं. इसकी प्रमुख वजह मजबूत मांग और पॉजिटिव मार्केट सेंटिमेंट्स रहा.' वर्ष 2021 से लगातार 15वीं तिमाही में आवास की औसत कीमतों में वृद्धि हुई है.
दिल्ली-NCR में कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ीं
रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी आठ प्रमुख शहरों में आवास की कीमतों में वार्षिक वृद्धि देखी गई. दिल्ली-NCR में सबसे अधिक 32% की वृद्धि हुई. इसके बाद बेंगलुरू में 24% की वार्षिक वृद्धि हुई.
आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई-सितंबर में दिल्ली-NCR आवास की औसत कीमतें 32% बढ़कर 11,438 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गईं, जो एक साल पहले इसी अवधि में 8,655 रुपये प्रति वर्ग फीट थीं. वहीं, बेंगलुरु में दरें सालाना आधार पर 9,471 रुपये प्रति वर्ग फीट से बढ़कर 11,743 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गईं.