Gold Silver Prices In India: घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में आज गिरावट देखने को मिली है. हाल ही में रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंचने के बाद अब निवेशकों ने प्रॉफिट बुकिंग शुरू कर दी है, जिसका असर सीधे दामों पर पड़ा. अमेरिकी डॉलर में हल्की मजबूती और महंगाई से जुड़े अहम आंकड़ों से पहले बाजार में सतर्कता का माहौल बना हुआ है.
MCX पर आज सोने-चांदी का हाल
गुरुवार, 18 दिसंबर को घरेलू वायदा बाजार में सोने और चांदी दोनों की कीमतों में कमजोरी दर्ज की गई.मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी कॉन्ट्रैक्ट वाला गोल्ड शुरुआती कारोबार में 0.20 फीसदी की गिरावट के साथ 1,34,619 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखा. दोपहर के समय इसमें और गिरावट आई और भाव 616 रुपये यानी 0.46 फीसदी टूटकर 1,34,278 रुपये पर आ गया.
सिल्वर के रेट में भी दिखी नरमी
सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि चांदी की कीमतों पर भी दबाव नजर आया. हाल में आई तेज रैली के बाद अब निवेशक मुनाफा वसूली कर रहे हैं, जिससे चांदी के दामों में भी गिरावट देखने को मिली है. दोपहर को समय यह 1330 रुपये (0.64%) की गिरावट के साथ 206105 पर पहुंच गया.
एक्सपर्ट्स ने बताए सोने-चांदी का सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक,
- सोने का सपोर्ट लेवल: 1,33,850 से 1,33,110 रुपये प्रति 10 ग्राम
- सोने का रेजिस्टेंस लेवल: 1,35,350 से 1,35,970 रुपये
- चांदी का सपोर्ट लेवल: 2,05,650 से 2,03,280 रुपये प्रति किलोग्राम
- चांदी का रेजिस्टेंस लेवल: 2,08,810 से 2,10,270 रुपये
पिछले दिन में सोने और चांदी की कीमत में रिकॉर्ड तेजी
पिछले सेशन में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था.बुधवार को MCX पर फरवरी कॉन्ट्रैक्ट वाला गोल्ड 0.36 फीसदी की तेजी के साथ 1,34,894 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, चांदी की कीमत 4.9 फीसदी उछलकर 2,07,435 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई थी. इस दौरान सिल्वर ने 2,07,833 रुपये प्रति किलो का रिकॉर्ड स्तर भी छुआ.
अमेरिका के महंगाई आंकड़ों पर टिकी नजर
अब निवेशकों की नजर अमेरिका के नवंबर महीने के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) डाटा पर है, जो गुरुवार को जारी होगा. इसके अलावा शुक्रवार को पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर (PCE) डाटा भी आएगा. ये दोनों आंकड़े अमेरिका में महंगाई की स्थिति को दिखाएंगे और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति पर असर डाल सकते हैं.
ब्याज दर कटौती की उम्मीद से सोने को सपोर्ट
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर अमेरिका के महंगाई आंकड़े बाजार की उम्मीदों से कम रहते हैं, तो सोने की कीमतों में आगे फिर तेजी देखने को मिल सकती है. कम महंगाई का मतलब है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जो आमतौर पर सोने के लिए पॉजिटिव माना जाता है.
नवंबर में अमेरिका की बेरोजगारी दर बढ़कर 4.6 फीसदी हो गई थी, जो सितंबर 2021 के बाद सबसे ज्यादा है. इससे जनवरी में फेड द्वारा 0.25 फीसदी ब्याज दर कटौती की उम्मीद मजबूत हुई है.इसके अलावा, निवेशक जापान के केंद्रीय बैंक की नीति बैठक पर भी नजर रखे हुए हैं, जहां 30 सालों में सबसे बड़ी ब्याज दर बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है. इसका असर वैश्विक बाजारों के साथ-साथ सोने-चांदी की कीमतों पर भी पड़ सकता है.














