जीएसटी सुधारों का अर्थव्यवस्था पर मजबूत प्रभाव दिखने लगा है और इससे चालू त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड बिक्री देखने को मिली है. यह जानकारी एक्सपर्ट्स की ओर से रविवार को दी गई. इकोनॉमिस्ट विनोद रावल ने कहा कि नए जीएसटी सुधार के लाभ जमीनी स्तर पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने आईएएनएस से कहा, 'त्योहारों सीजन शुरू हो चुका है. नवरात्रि के दिनों में आमतौर पर 45 फीसदी त्योहारी बिक्री होती है, इस बार पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है.'
ऑटो सेक्टर में बूम
रावल ने कहा, 'मारुति ने 1,65,000 कारें डिलीवर की हैं, महिंद्रा की बिक्री पिछले साल की तुलना में 60 फीसदी बढ़ी है, हुंडई ने एसयूवी सेगमेंट में 72 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है और टाटा ने 50,000 वाहन बेचे हैं.' उन्होंने आगे कहा कि जीएसटी का उद्देश्य 'एक राष्ट्र, एक कर' (One Nation, One Tax) था और नए जीएसटी सुधार ने सेस को समाप्त करके सिस्टम को सरल बना दिया है.
रावल ने बताया, 'नए जीएसटी सुधार के बाद रिफंड जल्दी आने लगा है. जब आपका रिफंड जल्दी आता है, तो इसका असर तुरंत दिखाई देता है. यह सुधार बाजार में बड़ा बदलाव ला रहा है.' उन्होंने कहा, 'अगली पीढ़ी के जीएसटी का असर साफ दिखाई दे रहा है. आप यह नहीं कह सकते कि इसका असर भविष्य में दिखेगा, यह अभी दिखाई दे रहा है.'
GST सुधारों से मिली गति
निसान इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व प्रबंध निदेशक अरुण मल्होत्रा ने कहा कि जीएसटी सुधार ने ऑटोमोबाइल उद्योग को काफी बढ़ावा दिया है. उन्होंने कहा, '95 फीसदी वाहनों की कीमतों में 8-10 फीसदी की गिरावट आई है. पहली नवरात्रि पर त्योहारी सीजन की शुरुआत के बाद से, उद्योग में मांग में तेज वृद्धि देखी गई है, जो कम कीमतों और चल रहे त्योहारी ऑफर्स के कारण है.'
अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों ने न केवल कर संरचना को सरल बनाया है, बल्कि उपभोक्ता विश्वास को भी मजबूत किया है, जिससे एक मजबूत त्योहारी सीजन का आधार तैयार हुआ है.