केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को फ़िल्म निर्माताओं को अपने काम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, यानी आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस या AI, 5-जी और वर्चुअल प्रोडक्शन को अपनाने की सलाह दी.
भारत के पश्चिमी तट पर बसे गोवा में 55वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव की शुरुआत से पहले लिखे गए एक संपादकीय में अश्विनी वैष्णव ने भारतीय अर्थव्यवस्था में रचनात्मक काम करने वालों के योगदान के बारे में लिखा. उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिएटर सिर्फ़ एक कथावाचक, यानी कहानियां सुनाने वाले से राष्ट्र-निर्माण करने वाले तक विकसित हो गए हैं.
"30 अरब डॉलर का उद्योग है भारत की क्रिएटिव इंडस्ट्री..."
भारत की क्रिएटिव इंडस्ट्री को 30 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹2,53,152 करोड़) का उद्योग बताते हुए अश्विनी वैष्णव ने उन सरकारी पहलों पर भी रोशनी डाली, जो कॉन्टेन्ट क्रिएशन और नवाचार, यानी इनोवेशन को बढ़ावा देती हैं. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की इन पहलों में अगले साल, यानी वर्ष 2025 में फरवरी में आयोजित होने जा रहा विश्व ऑडियो-विज़ुअल एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन भी शामिल है.
IFFI 2024 में प्रदर्शित होंगी 81 देशों की 180 फ़िल्में...
गोवा में इस साल का International Film Festival of India (IFFI), यानी भारतीय अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव 20 से 28 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है. महोत्सव के दौरान 81 देशों की 180 अंतरराष्ट्रीय फ़िल्में प्रदर्शित की जाएंगी. महोत्सव में गोवानी फ़िल्मों पर एक विशेष खंड चलाया जाएगा, जिसमें स्थानीय प्रतिभा को स्थान देने वाली और स्थानीय परम्पराओं और संस्कृति का प्रदर्शन करने वाली 14 फ़िल्में प्रदर्शित की जाएंगी.
भारतीय अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव की परेड (IFFI Parade) जिस मार्ग पर चलेगी, उस पर 'स्काई लैन्टर्न' (Sky Lantern) प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जिसके प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे. IFFI परेड का आयोजन 22 नवंबर को ESG कार्यालय स्थल से कला अकादमी तक किया जा रहा है.