छठ त्योहार पर बिहार समेत देशभर में जमकर कारोबार हुआ है. अकेले केवल बिहार में 15 हजार करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है. कन्फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुमान के मुताबिक देशभर में करीब 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ है.
बिहार में 15 हजार करोड़ के बिके सामान
चार दिनों का छठ त्योहार मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो गया है. कैट के अनुमान बताया गया है कि दिल्ली में ही करीब 8 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है. बिहार में 15 हजार करोड़ और झारखंड में करीब 5 हजार करोड़ रुपये की बिक्री हुई है.
कैट की आई है रिपोर्ट
कैट द्वारा जारी रिपोर्ट में कारोबार की जानकारी दी गई है. हर वर्ष में त्योहारों एवं शादियों पर भारत में एक वर्ष में कितना खर्चा किया जाता है इसके बारे में कैट जानकारी देता है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री तथा दिल्ली चांदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की छठ पर्व के पारंपरिक राज्य बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित पूर्वांचल में छठ के दौरान जमकर कारोबार हुआ है. वहीं, दिल्ली तथा एनसीआर क्षेत्र में बड़ी पूर्वांचली आबादी के कारण बड़ा व्यापार हुआ.
इन राज्यों में जमकर हुआ कारोबार
कैट के अनुसार, पूजा सामग्री, अस्थायी ढांचों, सुरक्षा और सफाई सेवाओं पर बड़ा खर्च हुआ. पश्चिम बंगाल में प्रवासी समुदायों के कारण गंगा तटों पर व्यापक आयोजन हुए वहीं मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि राज्यों में तालाबों और घाटों की मरम्मत और नई सुविधाएं तैयार की गई. ओडिशा, कर्नाटक, तेलंगाना आदि में प्रवासी जनसंख्या के चलते स्थानीय बाजारों में उल्लेखनीय खरीदारी दर्ज की गई.
इन चीजों की हुई है खूब बिक्री
पारंपरिक राज्यों के अतिरिक्त अब छठ उत्सव का आर्थिक प्रभाव महानगरों और नए राज्यों तक फैल चुका है, जहां प्रवासी समुदायों ने वस्तुओं की स्थानीय मांग को बढ़ाया. छठ पर्व पर हुई खरीदारी में कृषि उत्पाद जैसे केला, गन्ना, नारियल, मौसमी फल, चावल, अनाज आदि वहीं प्रसाद एवं मिठाई में ठेकुआ, खीर की सामग्री, लड्डू, गुड़ उत्पाद, पूजन सामग्री में टोकरी, दीये, पत्तल, फूल, मिट्टी के बर्तन, पैकिंग सामग्री तथा घाट निर्माण, लाइटिंग, सुरक्षा, सफाई, नाव सेवा आदि पर्व संबंधित सेवाओं के कारोबार में भी बड़ी वृद्धि हुई.














