अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) के दौरान वीडियो क्रांफेंसिग के जरिये अपने संबोधन में कुछ ऐसे बयान दिए, जिसने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी. उन्होंने सऊदी अरब और ओपेक (OPEC) देशों से तेल की कीमतों को कम करने की अपील की. ट्रंप का कहना था कि अगर तेल की कीमतें कम होती हैं, तो रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) तुरंत समाप्त हो सकता है. इस बयान के बाद कच्चे तेल के दाम (Crude Oil Prices) में गिरावट दर्ज की गई.
ट्रंप के बयान ने न सिर्फ अमेरिकी बल्कि वैश्विक बाजारों पर भी असर डाला है. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से आम जनता को राहत मिल सकती है, वहीं निवेशकों के लिए यह नए अवसर भी लेकर आ सकता है. आइए जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम की 10 अहम बातें.
1. अमेरिका में निवेश को लेकर ट्रंप का ऐलान
ट्रंप ने अमेरिका में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कंपनियों को टैक्स में कटौती देने का वादा किया है.ट्रंप ने कहा कि वह अमेरिका में निवेश करने वाली कंपनियों के लिए टैक्स में कटौती करेंगे, वहीं जो कंपनियां निवेश नहीं करेंगी, उन पर अधिक टैरिफ (आयात शुल्क) लगाया जाएगा.
2. फेडरल रिजर्व से ब्याज दर कम करने की अपील
ट्रंप ने फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) से ब्याज दरों को और कम करने का आग्रह किया. उनका कहना था कि कम ब्याज दरों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को और अधिक रफ्तार मिलेगी.
3. अरब और ओपेक देशों से तेल की कीमतों में कटौती की आग्रह
ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि वह सऊदी अरब और ओपेक (तेल निर्यातक देशों के संगठन) से आग्रह करेंगे कि वे तेल की कीमतों को कम करें. उनका मानना है कि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को राहत मिलेगी और रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म हो सकता है.
4.कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
ट्रंप के बयान के तुरंत बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 1.1% गिरकर $74.62 प्रति बैरल पर और ब्रेंट क्रूड 0.9% गिरकर $78.29 प्रति बैरल पर पहुंच गया.
5.अमेरिकी स्टॉक मार्केट में उछाल
ट्रंप के बयान के बाद गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली. S&P 500 इंडेक्स ने जबरदस्त तेजी के साथअब तक का नया रिकॉर्ड बना लिया. शुरुआती गिरावट के बावजूद, S&P 500 इंडेक्स 0.5% की बढ़त के साथ 6,118.71 के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ.
6. निवेशकों ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के वादे का किया स्वागत
निवेशकों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के वादे का स्वागत किया. ट्रंप की टैक्स कटौती पॉलिसी को निवेशकों ने सकारात्मक रूप से लिया है. निवेशकों का मानना है कि इससे अमेरिकी कंपनियों को फायदा होगा और विदेशी निवेश को अमेरिका की ओर मोड़ा जा सकेगा.
7. एशियाई बाजारों में असर
अमेरिकी बाजार में आई तेजी का असर एशियाई बाजारों पर भी पड़ा. टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में 0.8% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि शंघाई कंपोजिट 0.5% बढ़ा.
8. यूरोपीय बाजारों का मिला-जुला रुझान
फ्रैंकफर्ट और पेरिस स्टॉक एक्सचेंज में उछाल दर्ज की गई, जबकि लंदन स्टॉक एक्सचेंज में मामूली बढ़त देखने को मिली.
9. विदेशी करेंसी मार्केट में हलचल
डॉलर के मुकाबले यूरो की दर $1.0415 पर आ गई, जबकि जापानी येन 156.03 प्रति डॉलर पर आ गया, जो दर्शाता है कि बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है.
10. टैरिफ लगाने के फैसले पर चीन की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद चीन के शेयर बाजार में गिरावट आई. ट्रंप ने कहा कि चीन से आयात होने वाले सामानों पर 10% टैरिफ लगाने का फैसला विचाराधीन है और इसे अगले महीने लागू किया जा सकता है.CSI 300 इंडेक्स चार दिन की बढ़त के बाद गिर गया। निवेशकों को उम्मीद थी कि ट्रंप तुरंत टैरिफ पर सख्त कदम नहीं उठाएंगे, लेकिन उनके बयान ने बाजार में चिंता बढ़ा दी.
हालांकि, चीन ने भी अपनी स्टॉक मार्केट में स्थिरता लाने के लिए नए कदम उठाए हैं, जिसमें पेंशन फंड्स को स्टॉक्स में निवेश की अनुमति और कंपनियों को शेयर खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.