अगर आप एयरटेल के पोस्टपेड या होम वाई-फाई यूजर हैं, तो आपके लिए एक शानदार खबर है. अब आपको अपने फोन में स्टोरेज खत्म होने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि एयरटेल और गूगल ने मिलकर 6 महीने तक फ्री 100GB क्लाउड स्टोरेज देने की घोषणा की है. ये सुविधा बिना किसी एक्स्ट्रा चार्ज के मिलेगी और गूगल वन क्लाउड स्टोरेज के जरिए आप अपने फोटो, वीडियो, डॉक्युमेंट और जरूरी फाइल्स का बैकअप आसानी से ले पाएंगे.
छह महीने तक फ्री, फिर मामूली चार्ज
यह खास सुविधा एयरटेल के सभी पोस्टपेड और होम वाई-फाई यूजर्स को दी जा रही है. एक्टिवेशन के दिन से लेकर अगले 6 महीनों तक आपको 100 जीबी स्टोरेज फ्री में मिलेगा. इस दौरान आप इसे पांच और लोगों के साथ शेयर भी कर सकेंगे. छह महीने के बाद अगर आप इस सुविधा को जारी रखते हैं, तो इसके लिए हर महीने 125 रुपये का चार्ज लगेगा. अगर आप सब्सक्रिप्शन बंद करना चाहते हैं तो इसे रोका भी जा सकता है.
फोटो, वीडियो डिलीट करने की जरूरत नहीं
गूगल और एयरटेल की यह साझेदारी उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जिन्हें अपने फोन की स्टोरेज की चिंता लगी रहती है. अब आपको बार-बार फोटोज या वीडियोज डिलीट करने की जरूरत नहीं होगी. गूगल फोटोज, ड्राइव और जीमेल जैसी सर्विसेज में आपको ज्यादा जगह मिलेगी जिससे आपका डेटा सुरक्षित और हमेशा एक्सेस में रहेगा.
WhatsApp चैट बैकअप भी आसान
एंड्रॉयड यूजर्स के लिए वॉट्सऐप चैट्स को गूगल अकाउंट में बैकअप करने की सुविधा भी इस स्टोरेज के साथ मिलेगी. इससे जब भी आप नया फोन लेंगे या डिवाइस बदलेंगे, तो आपका सारा डेटा एकदम आसानी से ट्रांसफर हो जाएगा. ये क्लाउड स्टोरेज सुविधा एंड्रॉयड और आईफोन दोनों प्लेटफॉर्म पर काम करेगी.
एयरटेल और गूगल के बड़े प्लान
गूगल के एपीएसी, प्लेटफॉर्म्स एंड डिवाइसेस पार्टनरशिप्स के वाइस प्रेसिडेंट कैरन टेओ ने कहा कि भारत में लाखों यूजर्स तक गूगल वन की सर्विस पहुंचाने के लिए वे एयरटेल के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. वहीं एयरटेल के कनेक्टेड होम्स और मार्केटिंग डायरेक्टर सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि आज के दौर में स्मार्टफोन ही यूजर्स की सबसे जरूरी डिवाइस है, और स्टोरेज की कमी बड़ी परेशानी बन गई है. ऐसे में गूगल के साथ यह साझेदारी उनके ग्राहकों को भरोसेमंद और सुरक्षित क्लाउड स्टोरेज सॉल्यूशन देगी.
एयरटेल और गूगल की यह साझेदारी न सिर्फ यूजर्स के लिए फायदेमंद है, बल्कि डिजिटल इंडिया की दिशा में भी एक मजबूत कदम है. इससे लोगों को टेक्नोलॉजी का बेहतर अनुभव मिलेगा और स्मार्टफोन यूज पहले से ज्यादा आसान हो जाएगा.