देश की 68 खदानों को मिली 5 स्टार रेटिंग, भारतीय खान ब्यूरो ने किया सम्मानित

सम्मानित 68 खदानों में से सिर्फ दो खदानें ऐसी हैं जो कि पूरी तरह से मशीनीकृत हैं. यह दोनों वेदांता समूह की हिंदुस्तान जिंक की अंडरग्राउंड माइंस हैं.

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नई दिल्ली:

केंद्रीय खान मंत्रालय के अधीन काम करने वाले भारतीय खान ब्यूरो (Indian Bureau of Mines) ने वर्ष 2022-23 के लिए  देश की कुल 68 खदानों को 5 स्टार रेटिंग देकर सम्मानित किया है.  देश में होटलों की तरह खदानों (Mines) को भी स्टार कैटेगरी दी जाती है. इस बार सम्मानित खदानों में से सिर्फ दो खदानें ऐसी हैं जो कि पूरी तरह से मशीनीकृत (fully mechanized) हैं. यह दोनों वेदांता समूह की हिंदुस्तान जिंक की अंडरग्राउंड माइंस हैं. इनमें से एक रामपुरा आगूचा में है और दूसरी सिंदेसर खुर्द में है.

हर साल खान मंत्रालय के अधीन काम करने वाला भारतीय खान ब्यूरो तय मानकों पर खरी उतरने वाली खदानों को '5 स्टार माइंस' अवार्ड से सम्मानित करता है. बीते सप्ताह दिल्ली के डॉ आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में खदानों को सम्मानित किया गया. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने समारोह में सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाली खदानों को पुरस्कृत किया. वर्ष 2022-23 के लिए देश की 1200 से अधिक खदानों का निर्धारित मापदंडों पर मूल्यांकन किया गया था. इनमें से 5 स्टार रेटिंग 68 खदानों ने हासिल की. 

जी किशन रेड्डी ने इस मौके पर पुरस्कार हासिल करने वालों की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि भारतीय खनन उद्योग रणनीतिक सुधारों, तकनीकी और सतत प्रगति के साथ परिवर्तन के लिए तैयार है. यह सम्मान समारोह खनन समुदाय के लचीलेपन, नवाचार और कड़ी मेहनत को दर्शाता है. उन्होंने उद्योग से राष्ट्रीय खनिज संसाधनों की पूरी क्षमता को प्रकट करने, खनन प्रभावित समुदायों की समृद्धि सुनिश्चित करने और एक उज्जवल और सतत भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिये मिलकर काम करने का आग्रह किया.

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रेड्डी ने कहा कि भारत खनिज संसाधनों के समृद्ध भंडार से संपन्न है और इन संसाधनों का प्रभावी उपयोग आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र के बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है. रेड्डी ने सतत खनन, सामुदायिक कल्याण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण के लिए 5-स्टार रेटेड खदानों के सभी 68 विजेताओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि उनके प्रयासों ने भारत के सतत भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने में योगदान दिया है.

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कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे ने इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए खनन गतिविधियों से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि खनन क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद, औद्योगिक उन्नति ओर रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा कि संसाधनों की निकासी और उपयोग का पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जवाबदेही के साथ सामंजस्य स्थापित किया जाना चाहिए.

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उल्लेखनीय पुरस्कार विजेताओं में ‘हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड', एनएमडीसी, नाल्को, टाटा स्टील और अल्ट्राटेक शामिल थे. 5-स्टार रेटिंग प्राप्त करने के लिए कई छोटी खदानों को भी सम्मानित किया गया.

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वेदांता समूह की हिंदुस्तान जिंक की सिंदेसर खुर्द खदान की टीम ने 5 स्टार माइन का अवार्ड प्राप्त किया.

खदानों को 5 स्टार रेटिंग अवार्ड सतत खनन (Sustainable mining) और सामुदायिक विकास  (Community development) में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है. भारतीय खान ब्यूरो की ओर से स्टार रेटिंग के लिए सतत विकास ढांचे में टिकाऊ खनन प्रथाएं, पर्यावरण संरक्षण, हरित ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के लिए पहल, शिक्षा को समर्थन, सामाजिक और आजीविका सहायता आदि के मापदंड शामिल हैं. फाइव स्टार रेटिंग उन खदानों को दी जाती है जहां सभी मॉड्यूल में हासिल किए गए कुल अंकों का प्रतिशत 90 या इससे अधिक होता है.

अवार्ड से नवाजी गईं हिंदुस्तान जिंक की दोनों खदानें राजस्थान में हैं. इनमें से रामपुरा आगूचा माइन विश्व की सबसे बड़ी जिंक उत्पादन करने वाली भूमिगत खदान है.

अवार्ड मिलने पर हिंदुस्तान जिंक ने कहा है कि, एक प्रभावोत्पादक संगठन के रूप में हिंदुस्तान जिंक सतत और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है. इसमें पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए जिंक सिटी में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट, ड्राई टेलिंग प्लांट और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसी नई तकनीकों को लागू करना शामिल है. कंपनी वाटर रीचार्ज स्ट्रक्चर्स का भी उपयोग करती है. इसका लक्ष्य हरित ऊर्जा के जरिए अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत से अधिक हासिल करना है. इससे उत्सर्जन में 2.7 मिलियन टन सीओ2 इमीशन की कमी आएगी.

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