
फिल्म इंडस्ट्री में कपूर खानदान की अपनी अलग पहचान है. इसके ज्यादातर सदस्य अभिनय की दुनिया में कमाल दिखा रहे हैं. ऐसे में आज हम आपको कपूर खानदान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिस पर शुरुआत से आरोप लगता आ रहा है कि यहां घर की औरतों को एक्टिंग या घर से बाहर काम करने की पूरी तरह से मनाही थी. खानदान के इस नियम के कारण ही शम्मी कपूर को अपने प्यार का बलिदान देना पड़ा था. आइए जानते हैं इस बारे में.
टॉप एक्ट्रेस ने रेज्क्ट किया शम्मी कपूर का प्रपोजल
1960 के दशक में मुमताज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अभी नई थीं, जब वह शम्मी कपूर अभिनीत फिल्म ब्रह्मचारी के हिट गाने 'आज कल तेरे मेरे प्यार के चर्चे' से नजर आईं. मिलते ही दोनों में प्यार हो गया और शम्मी ने उन्हें प्रपोज किया, लेकिन मुमताज को उनसे प्यार करने के बावजूद उनके प्रपोजल को ठुकराना पड़ा. दरअसल, एक इंटरव्यू में मुमताज ने बताया था कि उन दिनों कपूर खानदान में शादी करने का सपना हर लड़की का था, लेकिन कपूर खानदान के नियम बहू-बेटियों के लिए अलग थे. मुझे पता चला था कि कपूर खानदान में शादी करने के बाद बहुएं काम नहीं कर सकती और मैं भविष्य में काम करना चाहती थी.
इस एक्टर ने औरतों के काम करने पर लगाई थी रोक
मुमताज ने इंटरव्यू में आगे बताते हुए कहा- शम्मी कपूर, शशि कपूर और राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर ने घर की महिलाओं और खासकर बहुओं के लिए सख्त नियम बनाए थे. मुमताज ने कहा कि पृथ्वीराज ने उन्हें काम करने से मना किया था. ऐसे में मेरे सामने शर्त रखी गई थी, अगर मुमताज को शम्मी से शादी करनी है तो मुझे अपने सपनों को छोड़ना होगा और मैं ऐसा नहीं करना चाहती थी.
रेडियो नशा ऑफिशियल से बातचीत में मुमताज ने बताया, "शम्मी कपूर ने मुझे प्रपोज किया था. पापाजी (पृथ्वीराज कपूर) बहुत खास थे. वह नहीं चाहते थे कि बहू काम करे, बस इतनी सी बात थी. इसलिए शम्मी जी ने मुझसे कहा कि वह नहीं चाहते कि तुम काम करो, तुम्हें हार माननी होगी और मैं बहुत महत्वाकांक्षी थी. मैंने कहा कि मुझे काम करना है. उन्होंने कहा कि पापाजी मना कर रहे हैं. जिसके बाद मैंने अपना फैसला लिया". बता दें, पृथ्वीराज कपूर एक भारतीय अभिनेता थे, जिन्हें हिंदी सिनेमा के संस्थापकों में से एक माना जाता है.
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