आज यानी 30 दिसंबर को भारत ने इस साल एक और क़िला फ़तह कर लिया. साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया में ब्रिसबेन में गाबा जीता तो साल के आख़िर में सेंचुरियन में भी पहली जीत दर्ज़ कर ली.
भारत ने सेंचुरियन टेस्ट में दक्षिण अफ़्रीका पर 113 रन से शानदार जीत दर्ज की और 3 मैच की सीरीज़ में दक्षिण अफ़्रीका पर 1-0 की बढ़त बना ली है. वो भी तब जब मैच का दूसरा दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और पांचवें दिन बारिश आने के पहले भारतीय गेंदबाज़ों के सामने 6 विकेट लेने की चुनौती थी. लंच के पहले भारतीय गेंदबाज़ों ने 3 विकेट हासिल कर लिए. लंच के बाद 2 ओवर में ही बाक़ी तीन विकेट लेकर भारत ने मैच जीत लिया. दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को 3-3 विकेट मिले. मो शमी को मैच में 8 विकेट मिले. पहली पारी में केएल राहुल ने 123 रन बनाए थे. उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया. दक्षिण अफ़्रीका में भारत की ये चौथी टेस्ट जीत है.
कुल मिलाकर भारत के लिए ये साल बेहद अच्छा माना जाएगा. 2021 में भारत ने 14 टेस्ट मैच खेले 8 जीते, 3 में हार हुई और 3 ड्रॉ रहे.
साल की शुरुआत में भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर था. विराट कोहली अपनी बेटी के जन्म के लिए भारत लौट चुके थे और रोहित शर्मा टीम से जुड़ चुके थे. अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारत ने सिडनी में ऋंखला का तीसरा टेस्ट मैच खेला. सिडनी टेस्ट ड्रॉ रहा. पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा और शुबमन गिल ने 50-50 रन बनाए तो और दूसरी पारी में रोहित शर्मा ने 52, पुजारा ने 77 और ऋषभ पंत ने 97 रनों की पारी खेली. टेस्ट ड्रॉ रहा और ऋंखला 1-1 से बराबरी पर थी.
ब्रिसबेन में निर्णायक टेस्ट था. भारत ने 3 विकेट से मैच और ऋंखला 2-1 से जीत लिया. पहली पारी में सबसे ज़्यादा 67 रन शार्दुल ठाकुर ने बनाए. भारत को 328 रन का लक्ष्य मिला. शुबमन गिल ने 91 और ऋषभ पंत ने नॉट आउट रहते हुए 89 रन बनाए और भारत ने गाबा में ऑस्ट्रेलिया का अजेय किला ध्वस्त कर दिया.
तो 2021 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ 2 टेस्ट खेले. 1 जीता और 1 ड्रॉ रहा.
उसके बाद इंग्लैंड की टीम भारत आयी. कोविड के कारण 2 टेस्ट चेन्नई और 2 अहमदाबाद में खेले गए. पहला टेस्ट इंग्लैंड ने जीता तो बाक़ी 3 टेस्ट भाारत ने. रोहित शर्मा मे सीरीज़ में सबसे ज़्यादा 345 रन बनाए तो ऋषभ पंत ने 270. रविचंद्रन अश्विन ने 32 और अक्षर पटेल ने 27 विकेट लिए.
इसके बाद भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फ़ाइनल खेला जिसकी चर्चा बाद में करते हैं. पहले बात भारत के इंग्लैंड दौरे की कर लेते हैं.
सीरीज़ में 5 टेस्ट मैच खेले जाने थे. पहला टेस्ट ड्रॉ रहा. लॉर्ड्स में भारत ने 151 रन से बड़ी जीत दर्ज की. लीड्स में खेला गया तीसरा टेस्ट इंलैंड ने जीत लिया. ओवल में भारत ने जीत दर्ज कर सीरीज़ में 2-1 से बढ़त बना ली. पांचवा टेस्ट कोविड के कारण टाल दिया गया और सीरीज़ का नतीज़ा अब भी घोषित नहीं किया गया है. इस बार भी ऋंखला में सबसे ज़्यादा 368 रन रोहित शर्मा ने बनाए और केएल राहुल ने 315. जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज़्यादा 18 विकेट लिए तो मोहम्मद सिराज़ ने 14. अश्विन को एक मैच में भी मौक़ा नहीं दिया गया.
तो इस साल भारत ने इंग्लैंड के साथ 8 टेस्ट मैच खेले. 5 जीते और 2 हारे.
इसके पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में भारत न्यूज़ीलैंड से हार गया. T20 वर्ल्ड कप के बाद न्यूज़ीलैंड की टीम भारत दौरे पर आयी. कानपुर टेस्ट ड्रॉ रहा और मुंबई में भारत 372 रनों से जीत गया. एजाज़ पटेल के 10 विकेट के बाद भी.
तो इस साल भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच 3 टेस्ट हुए. 1-1 में दोनों टीम विजयी रही. दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सेंचुरियन में भारत ने साल की आठवीं जीत दर्ज की.
अगर भारत की बात करें तो ये साल रोहित शर्मा और गेंदबाज़ी में रविचंद्रन अश्विन के नाम कहा जा सकता है. रोहित ने इंग्लैंड के कप्तान जो रूट के बाद सबसे ज़्यादा रन बनाए. रूट ने 15 टेस्ट में 1708 और रोहित ने 11 टेस्ट में 906 रन बनाए. जबकि साल के दुनिया के सबसे कामयाब गेंदबाज़ रहे अश्विन. अश्विन ने 9 टेस्ट में 54 विकेट लिए. काश उन्हें इंग्लैंड में भी मौक़ा मिला होता. वहीं भारतीय टेस्ट कप्तान करियर में पहली बार लगातार 2 साल तक शतक नहीं लगा पाए.
संजय किशोर एनडीटीवी में स्पोर्ट्स एडिटर हैं...
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