बिहार चुनाव में महिलाओं का डंका, 10 दलों ने 88 को मैदान में उतारा, 28 की शानदार जीत

Bihar Chunav Women Candidates: सबसे ज्यादा महिला विजेताओं वाली पार्टी बीजेपी रही, जिसने 12 टिकटों में से 10 महिला उम्मीदवारों को सफल बनाया. इसके बाद जेडयू रही, जिसने 13 टिकटों में से 9 महिलाओं को जीत दिलाई.

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बिहार चुनाव में महिलाओं पर भरोसा.
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  • बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महिलाओं को अधिक अवसर मिले, उनकी भागीदारी में पिछले चुनाव की तुलना में सुधार हुआ.
  • कुल 88 महिला प्रत्याशियों में से 28 ने जीत हासिल की, जो लगभग 32 प्रतिशत सफलता को दर्शाता है.
  • भाजपा की 12 महिला उम्मीदवारों में से 10 ने जीत हासिल की, जबकि जेडीयू से 13 में से 9 महिलाएं जीतीं.
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी और विजय इस बार चर्चा का एक महत्वपूर्ण मुद्दा था. पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार महिलाओं को ज्यादा अवसर मिले और उनके प्रदर्शन में भी सुधार देखा गया. राजनीतिक पार्टियों ने टिकट वितरण में महिलाओं को पहले से ज्यादा महत्व दिया. जिसके परिणामस्वरूप विधानसभा में महिलाओं की संख्या बढ़ी. इस चुनाव में महिलाओं की जीत सिर्फ उनकी राजनीतिक क्षमता का प्रमाण नहीं है, बल्कि यह बिहार की सामाजिक-राजनीतिक संरचना में हो रहे सकारात्मक बदलाव का भी संकेत है.

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88 महिला प्रत्याशियों में से 28 की शानदार जीत

इस बार बिहार में कुल 10 राजनीतिक दलों ने मिलकर 88 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा. यह पिछले चुनावों की तुलना में एक महत्वपूर्ण कदम था. चुनावी दौड़ में शामिल इन 88 महिला प्रत्याशियों में से 28 ने शानदार जीत हासिल कर विधानसभा में प्रवेश किया. यह सफलता लगभग 32% (28/88) की जीत को दर्शाती है, जो बिहार जैसी कठिन राजनीतिक स्थिति में महिलाओं के बढ़ते प्रभाव को स्पष्ट करती है. सबसे ज्यादा महिला विजेताओं वाली पार्टी बीजेपी रही, जिसने 12 टिकटों में से 10 महिला उम्मीदवारों को सफल बनाया. इसके बाद जेडयू रही, जिसने 13 टिकटों में से 9 महिलाओं को जीत दिलाई.

वहीं आरजेडी और एलजेपी (रामविलास) ने 3-3, कांग्रेस ने 5 और हम, रामो और जनसुरज ने 1-1 महिला उम्मीदवार को जीतने का मौका दिा. इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि राजनीतिक दलों में महिलाओं पर विश्वास बढ़ा है और वे चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.

BJP- 12 मे से 10 की जीत JDU – 13 मे से 9 की जीत RJD- 23 मे से 3 की जीत LJP(R)- 6 मे से 3 की जीत HAM- 2 मे से 2 की जीत RLM- 1 मे से 1 की जीत
अलीनगर- मैथली ठाकुर केसरिया- शालिनी मिश्रा​चकाई- सावित्री देवीबलरामपुर- संगीता देवीईमामगंज- दीपा कुमारीसासाराम- स्नेहलता कुशवाहा
बेतीया- रेनु देवीशिवहर- श्वेता गुप्तापरसा- करीशमाबोचाहा- बेबी कुमारीबाराचट्टी- ज्योति देवी
परीहार- गायत्री देवीबाबूबरही- मीना कुमारीवारिसलीगंज- अनीता गोविंदपुर- बिनीता मेहता
परनपुर- नीशा सिंह

फुलपरास- शीला कुमारी

कोरहा- कविता देवी त्रिवेणीगंज- सोनम रानी

छपरा- छोटी कुमारी

गायघाट- कोमल सिंह

मोहनीया- संगीता कुमारी

बेलागंज- मनोरमा देवी
जमुई- श्रेयसी सिंहनवादा- विभा देवी

यदि हम 2020 और 2025 के चुनावों की तुलना करें, तो महिलाओं के प्रतिनिधित्व में एक महत्वपूर्ण सुधार दिखाई होता है. 2020 में कुल 25 महिलाएं विधानसभा में आई थीं. 2025 में यह संख्या बढ़कर 28 पहुंच गई. हालाँकि यह वृद्धि बहुत बड़ी नहीं प्रतीत होती, लेकिन यह राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं के लिए बढ़ते अवसर का संकेत है. यह भी महत्वपूर्ण है कि राजनीतिक दल अब महिलाओं को केवल “प्रतीकात्मक” नहीं, बल्कि “सत्ता के केंद्र” में शामिल करने पर ध्यान दे रहे हैं. 2025 का चुनाव इस दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा कि कई युवा, शिक्षित और सामाजिक रूप से सक्रिय महिला उम्मीदवारों ने बड़ी जीत हासिल की. यह वृद्धि बिहार की राजनीतिक संस्कृति में धीरे-धीरे हो रहे बदलाव को दर्शाती है. भले ही प्रतिनिधित्व 10 प्रतिशत से कम हो, लेकिन यह स्पष्ट है कि महिलाओं का प्रभाव मैदान में लगातार बढ़ रहा है.

महिला प्रत्याशी का सामाजिक महत्व

महिलाओं की राजनीति में बढ़ती छवि केवल चुनावी आंकड़ों का मामला नहीं है. यह सामाजिक विकास, लैंगिक समानता और लोकतांत्रिक मजबूती के संकेतों से जुड़ा हुआ है. 2025 के चुनाव में महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम अधिकार, स्थानीय मुद्दों और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया, उन्हें पुरुष उम्मीदवारों से अलग पहचान दिलाता है. उनकी उपस्थिति से विधानसभा में मुद्दों की विविधता बढ़ेगी, जिससे नीति-निर्माण में विशालता आएगी. यह बिहार जैसे राज्य के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी सामाजिक परिवर्तन का आधार मानी जाती है.

28 महिलाओं की जीत से मिला ये संदेश

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महिलाओं की जीत, भले ही संख्या में कम हो, लेकिन यह राज्य की राजनीति में महिलाओं की मजबूत उपस्थिति का स्पष्ट संकेत है. 88 टिकटों में से 28 महिलाओं का जीतना यह दर्शाता है कि राजनीतिक दलों में महिलाओं को अवसर देने का विचार मजबूत हो रहा है. यह भी स्पष्ट है कि 2025 का चुनाव बिहार में महिला नेतृत्व के उभरने की दिशा में एक महत्वपूर्ण चरण बनेगा. भविष्य में अगर राजनीतिक दल महिलाओं को और अधिक मौके देंगे और सामाजिक स्तर पर उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा, तो बिहार की राजनीति में महिलाओं की भूमिका और भी विशाल और निर्णायक होगी.

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