इनसाइड स्टोरी: बिहार में BJP चिराग के लिए करेगी 'त्याग'? NDA में सीटों पर फाइनल स्टेज में पहुंची बात

Bihar Election: गृह मंत्री अमित शाह बिहार चुनाव की रणनीति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं. तीन बड़े नेताओं धर्मेंद्र प्रधान, सी आर पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी बना कर उन्हें सीटों की जवाबदेही की जिम्मेदारी दी गई है.

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बिहार में बीजेपी उम्मीदवारों के नामों पर मंथन.
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  • बीजेपी बिहार चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए पटना में बड़ी बैठक करेगी.
  • जेडीयू को 102-103 सीटें, बीजेपी को 101-102 सीटें और चिराग पासवान को 20 से 25 सीटें मिलने की संभावना है.
  • एनडीए जल्द ही सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान करेगा, जिसमें सहयोगी दलों के साथ अंतिम सहमति भी शामिल होगी.
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पटना:

बीजेपी बिहार के लिए सीटों के बंटवारे के साथ-साथ अपने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के काम में भी जुटी है. पटना में बुधवार को बीजेपी की एक बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी. साथ ही एनडीए की बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें सहयोगी दलों के साथ चुनावी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. 

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बिहार बीजेपी में सीट बंटवारे पर सहमति जल्द

बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर पहले दौर की बातचीत पूरी कर ली है. जल्द ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा. संभावना है कि जेडीयू 102-103, बीजेपी 101-102 सीटों पर चुनाव लड़े. चिराग पासवान से बातचीत जारी है और उन्हें 20-25 सीटें देने की बात हो रही है. वहीं जीतन राम मांझी को 10 और उपेंद्र कुशवाह को 7 सीटें देने की चर्चा है.

चिराग पासवान से मंगलवार को विनोद तावड़े, धर्मेंद्र प्रधान और मंगल पांडेय मिले थे. एक बार फिर जल्द ही उनसे मुलाकात होगी. उसके बाद पटना में एनडीए अपने सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान कर देगा. इस बीच, गृह मंत्री अमित शाह बिहार चुनाव की रणनीति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं. तीन बड़े नेताओं धर्मेंद्र प्रधान, सी आर पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी बना कर उन्हें सीटों की जवाबदेही भी दे दी गई है. उनके अलावा पड़ोसी राज्यों और अन्य राज्यों से भी बीजेपी नेताओं, मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को बिहार के अलग-अलग संसदीय क्षेत्रों और विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है.

NDA करेगा सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान

सीआर पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य को 13-13 लोकसभा सीटों और 78-78 विधानसभा सीटों के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी गई है. सीआर पाटिल को कटिहार,पूर्णिया, अररिया, बेगूसराय, भागलपुर, मुंगेर, किशनगंज, समस्तीपुर, मधेपुरा, जमुई, सुपौल, नवादा और खगड़िया लोक सभा सीटों के तहत आने वाली विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई है.केशव प्रसाद मौर्य को जिन लोकसभा सीटों की 78 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी मिली है, वे हैं पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण,शिहोर, सारण, गोपालगंज, शिवान,महाराजगंज, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, वैशाली,बक्सर और वाल्मीकिनगर.

चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान को बाक़ी की 14 लोकसभा सीटों और 87 विधानसभा सीटों जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह उत्तर प्रदेश से भी बड़ी संख्या में नेताओं को बिहार चुनाव में लगाया गया है. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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इन नेताओं को मिली इन सीटों की जिम्मेदारी

इसी तरह, शिवहर की जिम्मेदारी राजकुमार चाहर को, किशनगंज की मोहित बेनीवाल को, दरभंगा की उपेंद्र तिवारी को, मुजफ्फरपुर की संगमलाल गुप्ता को और सीवान की विनोद सोनकर को दी गई है.पटना साहिब का प्रभार रेखा वर्मा को सौंपा गया है, जबकि उजियारपुर की जिम्मेदारी सुब्रत पाठक को दी गई है.बक्सर में सतीश गौतम, हाजीपुर में सतीश द्विवेदी, करकट में सतीश शर्मा, जहानाबाद में राघव लखनपाल और औरंगाबाद में महेश शर्मा को जिम्मेदारी दी गई है. मधुबनी से डॉ. भोला सिंह, झंझारपुर से संजय गंगवार और जमुई लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी देवरिया सदर के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी को सौंपी गई है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली के नेताओं को भी बिहार में चुनाव की ड्यूटी पर लगाया गया है.
 

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