बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और जेडीयू के बीच इन दिनों जुबानी जंग जोरों पर है. बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और RJD नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने नीतीश सरकार के 15 सालों के शासन को लेकर एक बार फिर सवाल उठाया है. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने के बीच तेजस्वी ने 15 सालों वाली बीजेपी-जेडीयू सरकार पर बिहार को पीछे धकेलने का आरोप लगाया.
तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा- "15 सालों में 15 बिस्कुट नहीं खिला पाए मुसीबत में अपने लोगों को? 15 सालों की देन है कि 15 साल की ज्योति कुमारी 1200 किमी अपने पिता को साइकिल पर लेकर बिहार लौटती है. उदारीकरण के 15 सालों में सब राज्य बढ़े लेकिन 15 सालों वाली BJP-JDU ने बिहार को पीछे धकेल दिया."
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव इससे पहले प्रवासी मजदूरों, कोरोना संकट के दौरान टेस्टिंग और पीपीई किट की कमी को लेकर नीतीश सरकार की आलोचना कर चुके हैं. हाल ही में बिहार के गोपालगंज में हुए आरजेडी नेता और उनके परिवार के सदस्यों की मौत के मामले में जेडीयू पर हमला करते हुए इस हत्याकांड में जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडे का हाथ होने का आरोप लगाया था. तेजस्वी यादव ने जेडीयू विधायक की गिरफ्तारी की मांग की है. राज्य सरकार का कहना है कि इस मामले की एसआईटी और एसटीएफ जांच कर रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसकी गिरफ़्तारी होगी.
इस मामले में शुक्रवार को आरजेडी ने पटना में मार्च निकालने की कोशिश की. इस दौरान, सोशल डिस्टैन्सिंग की धज्जियां उड़ाई गईं. शुक्रवार सुबह से ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के घर के सामने आरजेडी के समर्थक बड़ी संख्या में जमा होने लगे और एक विरोध मार्च निकालने की तैयारी थी. जिसको देखते हुए पुलिस बंदोबस्त बढ़ा दिया गया.बड़ी संख्या में विधायक और उनके अंगरक्षक मौजूद थे और उन्होंने बैरिकेडिंग गिरा भी दिया.