- बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा नहीं हुई लेकिन राजनीतिक माहौल पहले से ही गरमाया हुआ है
- राष्ट्रीय जनता दल की सत्ता में वापसी का प्रयास इस चुनाव को उनके लिए विशेष और चुनौतीपूर्ण बना रहा है
- तेज प्रताप यादव ने RJD से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिससे पार्टी में आंतरिक कलह बढ़ी है
बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों की अभी घोषणा भले ना हुई हो लेकिन राज्य में सियासी माहौल अभी से गरमाने लगा है. इस बार के चुनाव में भी महागठबंधन और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला है. लेकिन ये चुनाव राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लिए भी बेहद खास और चुनौतीपूर्ण है. खास इसलिए क्योंकि वह सत्ता में वापसी की उम्मीद में है. चुनौतीपूर्ण इसलिए क्योंकि लालू परिवार के अंदर सबकुछ ठीक नहीं है और आपसी कलह की बातें सामने आ रही हैं. यही वजह है कि इस बार के चुनाव में तेज प्रताप यादव RJD से अलग होकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. तेज प्रताप यादव का RJD से अलग होकर चुनाव लड़ना RJD को कितना नुकसान पहुंचाता है, इसका पता तो चुनाव के बाद ही चलेगा. लेकिन इतना तो साफ है कि तेज प्रताप यादव ने अपने इस कदम से भाई तेजस्वी यादव का सिरदर्द जरूर बढ़ा दिया है. शुक्रवार को तेज प्रताप यादव ने बिहार चुनाव को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट भी किया है.
तेज प्रताप यादव ने इस पोस्ट में लिखा है कि हमलोग बिहार के संपूर्ण विकास के लिए पूर्ण रूप से समर्पित और तत्पर हैं. हमारा मकसद बिहार में संपूर्ण बदलाव कर एक नई व्यवस्था का नव निर्माण करना है. हमलोग बिहार के संपूर्ण विकास के लिए लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.
आपको बता दें जब से तेज प्रताप यादव ने खुदको RJD से अलग किया है तब से उनके और तेजस्वी यादव के संबंध पहले जैसे नहीं रह गए हैं. यही वजह है कि तेज प्रताप यादव समय-समय पर तेजस्वी यादव पर निशान साधने से पीछे नहीं रहते हैं. बीते दिनों उन्होंने जहानाबाद में एक सभा के दौरान तेजस्वी यादव पर भड़ गए थे. उस दौरान उन्होंने तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने के समर्थन में उठ रहे नारों को लेकर अपने गुस्से का इज़हार किया.
इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ अपनी पार्टी और सरकार को, बल्कि परिवार के अंदर चल रही सियासी जंग पर भी बयान दिया. तेज प्रताप यादव ने जहानाबाद के घोषी विधानसभा क्षेत्र के लखबार हाई स्कूल के मैदान में आयोजित जनता संवाद कार्यक्रम में ये बयान दिया था. उन्होंने सीधे तौर पर अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो अपनों का न हुआ, वो सूबे की जनता का क्या होगा?