आरजेडी की सिल्वर जुबली पर तेजस्वी यादव नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लालू यादव एक विचार हैं. वे जहां रहे, बिहार के लिए चिंतित रहे. जंगलराज विपक्ष का प्रोपेगैंडा है. झूठे विकास का चोला पहनकर ये लोग जंगलराज-जंगलराज चिल्लाते हैं. बिहार में युवा परेशान है. कोई विकास नहीं हुआ, बिना घूस के काम नहीं होता. जब तक सामाजिक न्याय नहीं होगा, नफरत और भेदभाव नहीं हटेगा, तब तक विकास नहीं होगा. लालू यादव ने 2014 में कहा था कि वक्त है देश टूटेगा या एक रहेगा तय कर लीजिए, लेकिन उनका मजाक उड़ाया गया. आज देश को बेचने का काम किया जा रहा है.पेट्रोल के दाम और रसोई गैस के दाम कहां भाग रहे हैं. क्या कहा गया था अच्छे दिन आएंगे, अब क्या हुआ.
तेजस्वी आगे बोले- वे लोग कहते हैं कि हम देश नहीं मिटने देंगे. याद हैं वो नारे. इन लोगों ने ही समाज को तोड़ने का काम किया है. भाई को भाई से लड़ाने का काम किया है. इसके साथ ही जीएसटी, नोटबंदी क्या-क्या नहीं किया.
उन्होंने आगे कहा कि अब के मुख्यमंत्री तो घर की दीवारे ही ऊंची करवाते रहते हैं. लालू जी के समय गेट खुला रहता था. लगता था कि वे जनता के मुख्यमंत्री हैं. कुछ लोगों की कमी से ऐसे लोग सत्ता में आ गए हैं. बिहार की जनता ने 2020 में जनादेश महागठबंधन को दिया और चुनाव का नतीजा चुनाव आयोग ने दिया. ये चोर दरवाजे की सरकार है. जानबूझकर आरजेडी को हरा दिया गया. सड़क से सदन तक आरजेडी ने संघर्ष किया. हद तो तब हो गई जब इस सरकार ने कोरोना काल में भी कमाई की.
तेजस्वी आगे बोले- सत्ता में बैठे नीतीश कुमार बहुत झूठ बोलते हैं. उन्होंने कहा था मिट्टी में मिल जाऊंगी, बीजेपी से हाथ नहीं मिलाऊंगा. देखिए मिला लिया तो जनता उन्हें सबक सिखा रही है. वह भ्रष्टाचार के भीष्म पितामाह हैं. खैर, आरजेडी अपना संघर्ष जारी रखेगी. राज्य के युवाओं और आम लोगों की आवाज बनकर काम करती रहेगी. भाषण के आखिर में उन्होंने कहा कि भरोसा रखे जनता की सरकार बनेगी. लालू जी ने कभी समझौता नहीं किया. तेजस्वी भी नहीं झुकेगा.