अपने पास न हो तो... RJD की रितु जायसवाल के बगावती तेवर; पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय लड़ेंगी चुनाव

रितु जायसवाल ने एक शिक्षित पंचायती मुखिया के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. वह पूर्व सिविल सेवक अरुण कुमार की पत्नी हैं. अरुण कुमार ने भी सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर सिंहवाहिनी पंचायत से चुनाव लड़कर मुखिया का पद संभाला था, जिसकी मुखिया पहले रितु थीं.

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  • रितु जायसवाल ने परिहार विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
  • उन्होंने यह निर्णय राजद द्वारा परिहार सीट पर टिकट न दिए जाने के विरोध में लिया है.
  • रितु ने परिहार के लोगों के सुख-दुख को करीब से महसूस करते हुए क्षेत्र को छोड़ने से इंकार किया है.
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पटना:

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रितु जायसवाल ने रविवार को घोषणा की कि वह बिहार विधानसभा की परिहार सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी. जायसवाल ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय पार्टी द्वारा उनके विरोधी को टिकट दिए जाने के विरोध में लिया है.

उन्होंने ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘कल शाम जैसे ही यह चर्चा फैली कि मुझे परिहार से टिकट न देकर बेलसंड से दिए जाने की संभावना है, परिहार की जनता के असंख्य फोन और फेसबुक-ट्विटर पर संदेश आने लगे. सबकी एक ही अपील थी– मैडम, परिहार को मत छोड़िए.''

राजद नेता ने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों से मैंने परिहार की मिट्टी, यहां के लोगों के सुख-दुख, संघर्ष और उम्मीदों को बहुत करीब से महसूस किया है. आज परिहार की बदहाल स्थिति के लिए वर्तमान भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) विधायक गायत्री देवी ही नहीं, बल्कि पूर्व विधायक डॉ. रामचंद्र पूर्वे जी भी समान रूप से जिम्मेदार हैं.''

उन्होंने कहा, ‘‘यह बात किसी से छिपी नहीं है कि डॉ. पूर्वे ने पिछले विधानसभा चुनाव में राजद के विधान परिषद सदस्य रहते हुए, पार्टी से गद्दारी की थी. इसी कारण मुझे मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. आज जब पार्टी ने डॉ. पूर्वे जी की बहू को परिहार से टिकट दिया है, तो यह उनकी गद्दारी का पुरस्कार जैसा प्रतीत होता है.''

उन्होंने कहा, ‘‘परिहार को छोड़कर किसी अन्य क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ना मेरी आत्मा को स्वीकार नहीं. इसलिए मैंने पार्टी नेतृत्व को साफ तौर पर अवगत करा दिया है कि यदि पार्टी किसी मजबूरीवश अपना निर्णय नहीं बदलती है, तो मैं परिहार से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगी.''

जायसवाल ने कहा, ‘‘यह निर्णय आसान नहीं है, पर यह मेरे मन की आवाज है - और परिहार की जनता की भावनाओं का सम्मान भी.''

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उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘परिहार विधानसभा क्षेत्र के सभी सम्मानित मतदाताओं को सूचित करना है कि मैं कल (20 अक्टूबर) सुबह परिहार विधानसभा क्षेत्र से स्वतंत्र अभ्यर्थी के रूप में नामांकन करने जा रही हूं. आप सभी साथियों, शुभचिंतकों और समर्थकों से अनुरोध है कि बड़ी संख्या में पहुंचकर अपना आशीर्वाद प्रदान करें.''

रितु जायसवाल ने एक शिक्षित पंचायती मुखिया के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. वह पूर्व सिविल सेवक अरुण कुमार की पत्नी हैं. अरुण कुमार ने भी सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर सिंहवाहिनी पंचायत से चुनाव लड़कर मुखिया का पद संभाला था, जिसकी मुखिया पहले रितु थीं.

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रितु जायसवाल ने पिछले लोकसभा चुनाव में भी शिवहर सीट से राजद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जहां उन्हें जनता दल (यूनाइटेड) की लवली आनंद ने करीब 30,000 मतों के अंतर से पराजित किया था.

हालांकि, राजद ने अब तक अपने उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव द्वारा रामचंद्र पुर्वे की बहू स्मिता को पार्टी का चुनाव चिह्न सौंपते हुए तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं.

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